आमतौर पर ऐसा होता है कि महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान थका थका महसूस होने की वजह से जिम, योगा जैसी एक्ट्विटीज करना पसंद नहीं करती। इन दिनों वो आराम करना चाहती है, लेकिन एक रिसर्च में जो पता चला है वो इसके बिल्कुल उलट है। दरअसल, रिसर्च पर गौर करें तो जो लड़कियां पीरियड्स के दौरान फिजिकली एक्टिव होती है उन्हें इससे इस दौरान क्रैम्प जैस परेशानी कम होती है।
दरअसल, डॉक्टर सुझाव देते हैं कि कुछ खास वर्कआउट पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को करने चाहिए, जिससे वो पीरियड क्रैम्प्स को काफी हद तक कम कर देते हैं। ऐसा कर ब्लोटिंग, क्रैम्प, डाइजेशन जैसी दिक्कत को कम किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि महिलाओं को पीरियड्स के वक्त किस तरह के एक्सरसाइज करने चाहिए…
टहलना हो सकता है फायदेमंद
महिलाओं के लिए टहलना अच्छा एक्सरसाइज है। खासकर पीरियड्स के दौरान अगर कोई भी परेशानी हो रही है तो ऐसे में जरूर टहलना चाहिए। टहलने से मूड अच्छा होता है। साथ ही फेफड़ों, पैर हाथ जैसे अंगों के मसल्स में मजबूती होती है। ऐसे में महिलाएं बेहतर महसूस कर सकती है।
योग भी है जरूरी
अगर आप पीरियड्स के वक्त मूड स्विंग से परेशान हैं, तो आप योगा कर सकती है। इससे माइंड रिलैक्स होने में हेल्प होगी और शरीर के वो अंग भी रिलैक्स होंगे जिनकी वजह से महिलाओं को क्रैम्प की दिक्कत होती है।
स्ट्रेचिंग करने से मिल सकता है आराम
अगर आप पीरियड्स के दिनों में आराम और बेड पर ही रहना चाहती हैं, तो बेड पर लेटे लेटे ही आप स्ट्रेचिंग कर सकती है। सिंपल स्ट्रेच करके आपके शरीर की सारी मसल्स में आराम महसूस होगा।
डांसिंग से मूड होगा रिलैक्स
आप म्यूजिक ऑन कर हल्के स्टेप्स वाले डांस कर सकती है जिससे आपको मेंटली रिलैक्स तो महसूस होगा ही, इसके अलावा आप खुद को एक्टिव रखकर कैलोरीज भी बर्न कर सकेंगी। सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा कि क्रैम्प्स भी नहीं होंगे।
जॉगिंग से होगा फायदा
पीरियड कैम्प को दूर करने का एक रास्ता रोजाना जॉगिंग करना भी हो सकता है। ऐसा रिसर्च बताता है कि अगर आप रोज 10 मिनट भी जॉगिंग कर पाए तो इससे क्रैम्प जैसी परेशानी से बचा सकता हैं।
Disclaimer: जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर बेस्ड हैं। इनकी पुष्टि नेड्रिक न्यूज नहीं करता है। किसी भी Conclusion पर जाने या कोई भी स्टेप उठाने से पहले अपने डॉक्टर या एक्सपर्ट्स से जरूर कंसल्ट कर लें।