Acharya Manish health Tips: स्वस्थ जीवन और दीर्घायु का रहस्य क्या है? आचार्य मनीष का मानना है कि शुद्ध और पौष्टिक आहार ही लंबे और स्वस्थ जीवन का सबसे महत्वपूर्ण नियम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बिना केमिकल और बिना मिलावट के कोई भी खाद्य पदार्थ प्राप्त करना बेहद मुश्किल हो गया है, जिससे लोगों की औसत जीवन प्रत्याशा घट रही है।
और पढ़ें: HMPV Virus: चीन में नया वायरस HMPV मचा रहा हाहाकार, जानें इसके लक्षण, बचाव और भारत में स्थिति
आचार्य मनीष ने बताया कि भारत में औसत आयु मात्र 66 वर्ष रह गई है, जबकि जापान में 84, चीन में 79, अमेरिका में 72 और रूस में 74 वर्ष है। भारत में जीवन प्रत्याशा कम होने का मुख्य कारण खराब खानपान और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली है।
क्या दूध वाली चाय शराब से भी अधिक खतरनाक है? (Acharya Manish health Tips)
आचार्य मनीष ने दूध वाली चाय को शराब से भी अधिक नुकसानदायक बताया। उन्होंने कहा कि चाय में “फ्लैमिनाइड” और दूध में “केसीन” नामक प्रोटीन होता है। जब ये दोनों आपस में मिलते हैं तो रासायनिक प्रतिक्रिया होती है, जिससे एक अत्यधिक हानिकारक पदार्थ उत्पन्न होता है, जो शरीर के लिए शराब से भी अधिक घातक हो सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि ग्रीन टी, ब्लैक टी या दूध रहित चाय से कोई विशेष लाभ या हानि नहीं होती, लेकिन दूध वाली चाय का सेवन सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।
गुस्से और तनाव में खाने से बचें
आचार्य मनीष के अनुसार, जब गुस्सा या तनाव हो तो खाना नहीं खाना चाहिए। इसके बजाय, गर्म पानी पीना चाहिए, क्योंकि तनाव में भोजन करने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है, जिससे कई तरह की बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं।
उन्होंने बताया कि जब कोई व्यक्ति गुस्से में होता है तो उसका शरीर विषाक्त हार्मोन छोड़ता है, जिससे भोजन सही से पचता नहीं और पेट की समस्याएं, अपच, एसिडिटी और मोटापा जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
गुस्सा शांत करने के लिए क्या करें?
अगर आपको गुस्सा आता है तो शरीर को शांत करने के लिए नेचुरल तरीके अपनाने चाहिए। आचार्य मनीष ने बताया कि गुस्से को शांत करने के लिए व्यक्ति को अपने घर के गार्डन में नंगे पैर 40 मिनट तक खड़ा रहना चाहिए या चलना चाहिए।
ऐसा करने से शरीर धरती से जुड़ जाता है और गुस्सा अपने आप शांत हो जाता है। यह प्रकृति के साथ संपर्क बनाने का एक बेहतर उपाय है, जो मानसिक तनाव को कम करता है। यह प्रक्रिया माइंड और बॉडी को रिलैक्स करती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है।
स्वस्थ जीवन के लिए आचार्य मनीष के प्रमुख सुझाव
- शुद्ध और पौष्टिक आहार का सेवन करें
- बिना मिलावट और केमिकल वाले खाद्य पदार्थ चुनें
- ग्रीन टी, ब्लैक टी का सेवन करें, दूध वाली चाय से बचें
- गुस्से या तनाव में खाना न खाएं, सिर्फ गर्म पानी पिएं
- गुस्से को शांत करने के लिए नंगे पैर धरती पर चलें
आचार्य मनीष का यह संदेश हमें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और प्राकृतिक तरीकों से शरीर को संतुलित रखने की प्रेरणा देता है। दूध वाली चाय को त्यागना, तनाव में भोजन से बचना और नंगे पैर धरती से जुड़ना—ये सभी सरल उपाय हमारे जीवन को अधिक स्वस्थ और दीर्घायु बना सकते हैं।
और पढ़ें: Dal-Chawal American research: दाल-चावल खाएं, सेहत बनाएं- दुनिया ने भी माना इसे सबसे पौष्टिक भोजन!