Sleeping direction for students in Hindi – अगर आप विद्यार्थी है और अनुशासित रह कर अपनी पढाई में अपना ध्यान लगाना चाहते है, तो आज हम आपको बतायेंगे कि किस दिशा में सोने से अच्छे अंक, दिमाग तेज और पढाई में ध्यान लगता है. आईये आज हम आपको अपने लेख से बताते है. कि किसी भी विद्यार्थी को क्यों दिशा के हिसाब से सोना चाहिए ? और दिमाग तेज़ करने के लिए क्या करना चाहिए ?
विद्यार्थियों को उनका दिमाग तेज करने के लिए वास्तु शास्त्र के नाम पर ज्योतिषियों और पंडितों द्वारा के तरह की बातें बताई जाती है. लेकिन ज्यादातर विद्यार्थियों के लिए उनकी बातों का पालन करना मुश्किल होता है. जिसके चलते विद्यार्थी दुविधा में रहते है कि कौनसी बात माननी हा कौन सी बात नहीं माननी है, और इन्ही चीजों में विद्याथियों का काफी समय बर्बाद होता है.
किस दिशा में विद्यार्थियों को सोना चाहिए
आईये आज हम आपको बताते है कि विद्याथियों को किस दिशा में सोना चाहिए. विद्यार्थियों को उस दिशा में सोना चाहिए, जहाँ सोकर उन्हें सही नींद आए और उन्हें गहरा आलस न हो, वही किसी भी विद्यार्थी के लिए सोने की उचित जगह है. कहने का तात्पर्य है यह कि घर के किसी भी दिशा में आपको सोने में सहज महसूस हो, उसी दिशा में सोना चाहिए.
अगर आपको लगता है कि किसी निश्चित दिशा में सोने से आपका दिमाग तेज़ हो जायेगा और आपको परीक्षा में अच्छे अंक आयेंगे, तो माफ़ कीजिये ऐसा कुछ नहीं होता, यह बस आपका वहम है. यदि आप थोड़ी सी जाँच पड़ताल करेंगे तो आपको पता चलेगा कि ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी इस लिए पढाई में अच्छे नहीं की वह किसी विशेष दिशा में सोते है बल्कि के विपरीत वह विद्यार्थी ज्यादा समय और उर्जा पढाई में लगाते है. इसीलिए वह बाकी विद्यार्थियों से अधिक अंक प्राप्त करते है.
विद्यार्थियों को किस दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए
विद्यार्थियों को किताबों की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए, इस बात के पीछे कोई अन्धविश्वास नहीं है, बल्कि विद्या किसी भी इंसान को सोचने-समझने की शक्ति देती है. किताबों से हम साधारण इंसान से ख़ास बन सकते है, हम चाहे तो किताबें किसी भी इंसान की सबसे अच्छी दोस्त हो सकती है फिर परीक्षा में अच्छे लाना कौन सी बड़ी बात है. किताबों की तरफ पैर न करना, विद्या के प्रति अपनी सम्मान दिखाना है. किताबे पढने से हमारा दिमाग तेज़ होता है और हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है. यदि किसी भी विद्यार्थी ने किताबों का साथ लिया है तो उसे शिक्षित होने से कोई नहीं रोक सकता.
किसी भी तरह के टोन-टोटके से विद्यार्थी को पढाई में सफल नहीं कर सकता है. किसी भी विद्यार्थी की सफलता का राज, किताबों का साथ होता है. विद्यार्थी को अपने जीवन में अनुशासन को अपनाना चाहिए. जिससे उसके अन्दर पढाई की लगन हो, सिखने की चाह किसी भी इंसान को काफी ऊपर तक ले जा सकती है. आजकल कुछ विद्यार्थी गाने सुनते सुनते पढ़ना चाहते है ऐसा करने से पढाई में ध्यान नहीं लगता है और नींद भी अच्छी नहीं आती है.
विद्यार्थियों को कितने घंटे सोना चाहिए
विद्यार्थी जीवन ( Sleeping direction for students) में नींद 6 से 8 घंटे की नींद को पर्याप्त माना जाता है, लेकिन इस बात में कितनी सचाई है कुछ कह नहीं सकते है, यदि किसी कारणवस आप रात में समय से नहीं सो पाए तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि सुबह आपको 6-8 घंटे के बाद ही उठाना है.
हम आपको बता दे कि कई सारे विद्यार्थी जिनका मन पढाई में नहीं लगता, वह अपना समय खेलने और सोने में बिताते है. वहीं दूसरी तरह जिन विद्यार्थियों का मन पढाई में लगता है वह अपना समय पढने में लगाते है. और घडी तक देखना भूल जाते है, उनका सोने का कोई समय नहीं होता.