भारतीय मूल की कमला हैरिस ने अमेरिका की उप राष्ट्रपति बनकर इतिहास रचा था। अब एक बार फिर कमला हैरिस ने ऐसा कुछ किया, जिसको लेकर वो काफी ज्यादा सुर्खियों में आ गई। दरअसल, इस बार कमला हैरिस अमेरिका की राष्ट्रपति बन गई और वो ऐसा करने वाली पहली महिला भी बनीं। नहीं, नहीं…चौकिए मत। जो बाइडेन से अमेरिका का राष्ट्रपति पद नहीं छीना है। दरअसल, कमला हैरिस सिर्फ 85 मिनटों के लिए अमेरिका की राष्ट्रपति बनाई गई। इतनी देर के लिए जो बाइडेन की सारी शक्तियां उन्हें ट्रांसफर की गई।
अब इसको लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल आ रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों किया गया? किस वजह से कमला हैरिस 85 मिनटों के लिए अमेरिका की राष्ट्रपति बनाई गई? आइए इन सवालों के जवाब हम आपको बता देते हैं…
ये रही पावर ट्रांसफर करने की वजह
दरअसल, कमला हैरिस को कुछ मिनटों को राष्ट्रपति की पावर कुछ देर के लिए इसलिए सौंपी गई, क्योंकि जो बाइडेन शुक्रवारकी देर रात को रूटीन ‘कोलोनस्कॉपी’ चेकअप (आंतों की जांच) कराने के लिए वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर गए थे। इस दौरान ‘एनिसथीसिया’ (Anaesthesia) के प्रभाव में थे। इस वजह से ही कुछ समय के लिए उनकी शक्तियां हैरिस को ट्रांसफर की गई। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन पास्की ने इसके बारे में जानकारी दी।
इस वजह से शुक्रवार को कमला हैरिस ने कुछ देर के लिए राष्ट्रपति का पद संभाला और इसके साथ ही वो ऐसा करने वाली पहली महिला भी बन गई। कमला हैरिस को जो बाइडेन ने अपनी शक्तियां ऐसे समय में ट्रांसफर की जब दोनों के बीच कुछ तनाव की खबरें आने लगी थीं।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार कराया चेकअप
जनवरी में राष्ट्रपति का पद संभालने वाले जो बाइडेन अमेरिका के इतिहास के सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। आज बाइडेन का जन्मदिन हैं। वो अपना 79वां बर्थडे मना रहे हैं। इससे एक दिन पहले शुक्रवार को वो वॉशिंगटन के बाहर वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर गए। वैसे हर साल ही जो बाइडेन अपना चेकअप और इलाज कराते हैं, लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने पहली बार ऐसा कराया। कॉलोनोस्कोपी के दौरान बाइडेन को बेहोश किया गया था, जिस वजह से इस दौरान उनकी प्रेसिडेंशियल पावर हैरिस के पास रही।
अमेरिका में पहले भी हुआ है ऐसा…
वैसे अमेरिका में ऐसा पहली बार नहीं हुआ, जब राष्ट्रपति की पावर यूं ट्रांसफर की गई हो। बल्कि वहां ये एक रूटीन प्रोसेस की तरह है। जब अमेरिका का राष्ट्रपति किसी ऐसे मेडिकल प्रॉसिजर से गुजरता है जहां पर उनको Anaesthesia दिया जाता है, तो ऐसे में राष्ट्रपति की शक्तियां उपराष्ट्रपति को ट्रांसफर कर दी जातीहै। जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने भी ऐसा ही किया था। उन्होंने अपनी शक्तियां तत्कालीन उपराष्ट्रपति डिक चेनी को कई बार ट्रांसफर की थीं।
अमेरिका के संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति कुछ समय के लिए अपना कार्यवाहक प्रेसिडेंट नियुक्त कर सकता है। ट्रंप भी इस मेडिकल प्रोसेस से गुजरे थे। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉलोनोस्कोपी के लिए गए थे। लेकिन इस दौरान उन्होंने अपनी पावर ट्रांसफर करने की जगह इसको सीक्रेट ही रखा था।