इजराइल और फिलिस्तान आतंकी संगठन हमास के बीच छिड़ी जंग अभी भी जारी है. इस जंग की वजह से जहाँ अभी तक बहुत नुकसान हो गया है तो वहीं कई हज़ार लोगों की मौत हो गयी है साथ ही कई सैकड़ों लोग इस जंग में घायल हो गए हैं. वहीँ इस जंग के बीच हमास के संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन यूसुफ ने बड़ा खुलासा किया है.
हमास फाउंडर शेख हसन यूसुफ के बेटे हैं मोसाब
जानकारी के अनुसार, मोसाब हसन यूसुफ हमास फाउंडर शेख हसन यूसुफ के बेटे हैं. मोसाब ने इजरायल की शिन बेट के लिए लंबे वक्त तक काम किया. वो 1997 से 2007 तक इजरायल के जासूस रहे और इस बीच उन्होंने इजरायल को ऐसी जरूरी जानकारियां दीं, जिनके कारण उसे आत्मघाती बम हमलों और आतंकवादी घटनाओं को रोकने में मदद मिली. वहीं उन्होंने अमेरिकी नागरिकता अपना ली थी और अब इसी देश में रहते हैं. वहीं हमास से अलग होने के बाद उन्होंने इस्लाम धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था और इसके बाद उन्हें ‘ग्रीन प्रिंस’ के नाम जाना गया.
इजरायल के जासूस रहे मोसाब हसन यूसुफ
हमास के संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन यूसुफ ने एक बयान देते हुए खुलासा किया है कि कैसे उसके पिता और उसकी सेना यहूदी लोगों को ‘नष्ट’ करना और दुनिया भर में शरिया कानून स्थापित करना चाहते हैं. मोसाब ने खुलासा किया कि उनके पिता का उद्देश्य यहूदियों को खत्म कर पूरी दुनिया में शरिया कानून की स्थापना करना है. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनके पिता और हमास एक कभी न खत्म होने वाला धार्मिक युद्ध लड़ रहे हैं और ये केवल क्षेत्रीय तौर पर फलस्तीन को प्राप्त करने की बात नहीं है. उन्होंने हमास और उसके इरादों के बारे में भी खुलकर बताया.
इसी के साथ मोसाब हसन यूसुफ ने चेतावनी दी कि उनके पिता और हमास क्षेत्रीय फिलिस्तीन को अकेले लेकर संतुष्ट नहीं होंगे. वे एक धार्मिक युद्ध लड़ रहे हैं, जिसका उनके लिए कोई अंत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमास एक धार्मिक आंदोलन हैं, यह बात कहने से हर कोई डरता है. यदि हमास एक राजनीतिक आंदोलन होता तो हम उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा कर सकते थे लेकिन हमास एक धार्मिक आंदोलन है जो राजनीतिक सीमाओं में विश्वास नहीं करता है. हमास के लड़ाके इजराइल राज्य के मलबे पर एक इस्लामिक स्टेट स्थापित करना चाहते हैं.
ये राजनीतिक नहीं धार्मिक युद्ध है
यूसुफ ने चेतावनी दी कि हमास राजनीति से नहीं बल्कि धर्म से प्रेरित है, और अगर लड़ाके अकेले फिलिस्तीन पर कब्जा कर लेंगे तो वे संतुष्ट नहीं होंगे. वे यहूदी लोगों और यहूदी राज्य को नष्ट करना चाहते हैं. वे हर उस व्यक्ति को मारना चाहते हैं जो इजराइल का समर्थन करता है और फिर एक इस्लामिक स्टेट स्थापित करना चाहता है लेकिन यह अंत नहीं है क्योंकि उनकी महत्वाकांक्षा वैश्विक है. वहीं उन्होंने कहा कि हमास अंततः एक इस्लामिक स्टेट, एक वैश्विक इस्लामिक स्टेट स्थापित करना चाहते हैं.
हमास पैसों के लिए बहाता है खून
वहीं यूसुफ ने कहा कि हमास हर कुछ वर्षों में इजरायलियों के साथ युद्ध शुरू कर देता है, जब उन्हें पैसे की जरूरत होती है। यह युद्ध, इजराइल ने शुरू नहीं किया था. इस युद्ध की शुरुआत हमास ने की हमास पैसे के लिए खून बहाते हैं। वे हर कुछ वर्षों में युद्ध शुरू करते हैं जब उन्हें पैसा चाहिए तो वे बच्चों का खून बहाते हैं और इसे रोकना होगा इसका अंत होना ही है.
इसी के साथ यूसुफ ने कहा कि मुझे इजराइल के लिए बहुत दुख हो रहा है कि उन्हें गाजा में जाना पड़ा, जहां हर जगह मूर्खतापूर्ण जाल हैं. मुझे नहीं पता कि हमास को नष्ट करने के लिए कितने इजरायली सैनिकों को मरना होगा.
ISIS से ज्यादा खतरनाक है हमास
वहीं यूसुफ ने कहा कि हमास आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से भी ज्यादा खतरनाक है। वे यहूदी लोगों को नष्ट करना चाहते हैं क्योंकि वे यहूदी लोग हैं, क्योंकि वे एक यहूदी राज्य हैं. हमें उन्हें बेनकाब करने की जरूरत है कि वे क्या हैं? वे कोई राष्ट्रीय आंदोलन नहीं हैं. जब वे धार्मिक आंदोलन होते हैं, तो वे राजनीतिक सीमाओं में विश्वास नहीं करते हैं, एक जाति के प्रति, एक राष्ट्र के प्रति गहरी नफरत से प्रेरित होते हैं.
इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि गाजा में हमास को उखाड़ फेंकने के अलावा इजरायल को आतंकी समूह के नेतृत्व को भी बाहर करने की जरूरत है और ये सभी वजह थी जिसकी वजह से हमास के संस्थापक शेख हसन यूसुफ के बेटे मोसाब हसन यूसुफ हमास से अलग हो गए.