रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते हुए तनावों ने पूरी दुनिया की टेंशन बढ़ाई हुई है। ऐसा लग रहा है कि जंग किसी भी वक्त छिड़ सकती है। यही नहीं रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते सैन्य तनाव की वजह से थर्ड वर्ल्ड वॉर का भी खतरा मंडरा रहा है। यूक्रेन के चलते अमेरिका और रूस के बीच भी हालात तनावपूर्ण हो गए।
यूक्रेन-रूस के बीच तनाव को लेकर दुनिया दो हिस्सों में बंट रही हैं। यूक्रेन को अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों का साथ मिल रहा है। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ा, तो इसमें भारत का क्या स्टैंड होगा? भारत किसका साथ देगा? ये जानना जरूरी हो जाता है। साथ ही युद्ध होने की स्थिति में भारत को क्या नुकसान होगा? ये भी जान लेना चाहिए…
क्यों धर्मसंकट में हैं भारत?
भारत के फिलहाल इन दोनों ही देश से अच्छे संबंध हैं। अगर ऐसे में ये दोनों देश टकराते हैं, तो भारत को किसी एक के पाले में जाना होगा। ऐसे में भारत के लिए निष्पक्ष रहना सबसे अच्छी स्थिति हो सकती है। अमेरिका चाहेगा कि वो भारत को अपने पाले में लेकर आए, लेकिन रणनीतिक तौर पर रूस भी भारत का करीबी है।
भारत के लिए मुश्किल ये भी है कि वो अपनी सैन्य जरूरतों का 55 प्रतिशत सामान रूस से आयात करता है। भारत रूस से S 400 मिसाइल सिस्टम खरीद रहा है, लेकिन अमेरिका इस डील से नाराज है। रूस-यूक्रेन के मामले में भारत ‘रुको और देखो’ की नीति का पालन कर रहा है। कहा जा रहा है कि भारत इस मामले में फूंक-फूंक कर कदम रखेगा।
क्या होगा भारत पर असर?
अब बात करते हैं कि युद्ध होने की स्थिति में भारत पर क्या असर पड़ेगा। रूस तेल और गैस का एक बड़ा उत्पादक देश है। युद्ध होने की स्थिति में अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में पेट्रोलियम और गैस के दाम तेजी से बढ़ जाएंगे। इससे महंगाई चरम पर पहुंचने की संभावना है।
इसके अलावा यूक्रेन-रूस के साथ भारत के व्यापार पर भी इसका असर पड़ सकता है। इससे भारत की इकोनॉमी पर भी असर हो सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक 2020 में भारत यूक्रेन के बीच 2.69 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था। यूक्रेन ने भारत को 1.97 बिलियन डॉलर का और भारत ने यूक्रेन को 721.54 मिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया। एक्सपर्ट्स के मुताबिक युद्ध होने की स्थिति में भारत को निर्यात का नुकसान होगा। वहीं जिन चीजों को भारत यूक्रेन से खरीदता है उन पर बैन लगने के चलते महंगाई भी झेलनी पड़ सकती है।
यूक्रेन बॉर्डर पर रूस की तैयारी ने अमेरिका को भी हैरान कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत भी की। बावजूद इसके पुतिन पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। अमेरिका भी रूस को ये साफ संकेत दे चुका है कि अगर यूक्रेन पर हमला करता है तो वो मास्को के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाएंगे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के इस कदम से भारत की मुश्किलें बढ़ेगीं। S-400 एयर डिफेंस डील पर भी संकट मंडरा सकता है।