पाकिस्तान में सियासी भूचाल आया हुआ है, जिसमें प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी जाना अब लगभग तय माना जा रहा है। कुर्सी बचाने की जद्दोजद्दद में जुटे इमरान खान को बुधवार को बड़ा झटका लगा। पाकिस्तान की PTI सरकार की सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM P) ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। MQM पार्टी भी अब विपक्ष के साथ हाथ मिलाने को तैयार हो गई है, जिसके बाद इमरान सरकार की विदाई तय मानी जा रही है।
इसको लेकर PPP अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने एक ट्वीट कर बताया कि संयुक्त विपक्ष और एमक्यूएम के बीच समझौता हो गया है। राबता समिति एमक्यूएम और पीपीपी सीईसी समझौते की पुष्टि करेगी। इसके बाद हम कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को इसके बारे में जानकारी देंगे। बधाई हो पाकिस्तान।
PTI सरकार से MQM का समर्थन वापस लेने से इमरान सरकार निचले सदन में बहुमत से दूर होती हुई नजर आ रही है। पार्टी को अब केवल 164 सांसदों का ही समर्थन हासिल है, जबकि विपक्ष की संख्या एकजुट होकर 177 पहुंच गई। बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल सदस्यों की संख्या 342 है और बहुमत के लिए 172 सांसदों का समर्थन चाहिए। इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव 31 मार्च से बहस होगी, जबकि चर्चा के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी।
इसी के साथ पाकिस्तान एक बार फिर अपना सियासी इतिहास दोहराता हुआ दिख रहा है। पड़ोसी देश में अब तक कोई भी प्रधानमंत्री अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। इमरान खान के साथ भी ऐसा ही कुछ होता हुआ दिख रहा है। ऐसे में एक बड़ा सवाल ये भी उठता हैं कि इमरान सरकार के जाने के बाद अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा? किसके हाथों में देश की कमान जाएगी?
इमरान अगर सत्ता से बेदखल हुए, तो दो हालत बनेंगे। पहला विपक्ष मिलकर सरकार बना लें और बचे हुए करीब डेढ़ साल तक सरकार चलाएं। दूसरा नए सिरे से चुनाव हों। अगर विपक्ष मिलकर सरकार बनाता है, तो अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा, ये सवाल है?
इसमें सबसे ऊपर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ का नाम चल रहा है। शहबाज पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। शहबाज शरीफ तीन बार पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे हैं। वो सबसे ज्यादा लंबे समय तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहने वाले नेता हैं। फिलहाल शरीफ PML-N के अध्यक्ष हैं। 2018 में भी जब पाकिस्तान में चुनाव हुए थे तो PML-N ने शहबाज शरीफ को ही अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था।
इसके अलावा दूसरा नाम PPP के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी का भी सामने आ रहा है। जरदारी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे हैं। साथ ही ये भी प्रधानमंत्री बनने की रेस में हाल के दिन में PML-N की उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का नाम सामने आया है। हालांकि उन्हें शाहबाज शरीफ के ऊपर प्रधानमंत्री उम्मीदवार के रूप में चुने जाने की संभावना कम है।
पाकिस्तान में ये सियासी उठापटक आगे क्या मोड़ लेती है, ये अगले कुछ दिन में साफ हो जाएगा। इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे या जाएंगे? अगर वो हटाए जाते हैं, तो अगला पाकिस्तान का प्राइम मिनिस्टर किसे बनाया जाता हैं, ये देखना दिलचस्प रहने वाले हैं…