दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद ब्रिटिश-सिख एक्टिविस्ट जगतार सिंह जोहल एक बार फिर चर्चा में है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने जगतार सिंह जोहल की हिरासत को मनमाना बताया है। जगतार 2017 से ही जेल में बंद है।
दरअसल, जगतार सिंह जोहल दक्षिणपंथी हिंदू नेताओं के टारगेट किलिंग में शामिल होने के आरोप में तकरीबन साढ़े चार सालों से भारतीय जेल में कैद है। इसे लेकर अब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आपत्ति जताते हुए भारत को निशाना साधा है। बोरिस जॉनसन ने कहा कि भारत ने मनमाने ढंग से ब्रिटिश-सिख एक्टिविस्ट जगतार सिंह जोहल को कैद कर रखा है।
एक ब्रिटिश अखबार के मुताबिक, कीर स्टार्मर ने बोरिस जॉनसन से जगतार सिंह जोहल से जुड़े सवाल पूछे। जिसका जवाब बोरिस जॉनसन ने पत्र लिखते हुए दिया। पत्र में लिखा था कि जगतार सिंह के खिलाफ बिना किसी ट्रायल के मनमाने ढंग से हिरासत में लिया गया है। जॉनसन ने ये पत्र लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर के नाम लिखा।
बोरिस ने आगे लिखा कि जगतार सिंह जोहल को 2017 में प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स द्वारा की गई दक्षिणपंथी हिंदू नेताओं की हत्या में उनकी कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। बोरिस जॉनसन ने पत्र में जगतार सिंह जोहल को ब्रिटिश का नागरिक कहा है। ब्रिटिश मंत्रियों समेत अधिकारी ने कई दफे जोहल को लेकर भारत से सीधे तौर पर बात कर चिंता व्यक्त की है। वहीं मई में ही संयुक्त राष्ट्र के एक समूह ने जोहल की हिरासत को मनमानी बताते हुए तत्काल रिहा करने की मांग की थी।
बता दें कि जगतार सिंह जोहल 2017 में अपनी शादी के लिए पंजाब आए थे, तभी उन्हें पंजाब के जलंधर से 4 नवंबर 2017 को पंजाब पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। उस दौरान जगतार सिंह जोहल पर RSS नेता ब्रिगेडियर, जगदीश गगनेजा समेत कई और नेताओं के टारगेट किलिंग में कथित शामिल होने का आरोप लगा था। ऐसे में जगतार दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैद है और उस पर किसी भी तरह का केस नहीं चल रहा है। हालांकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी जगतार सिंह जोहल के खिलाफ कुल आठ मामलों की जांच में जुटी हुई है।