Us China Space War: चीन की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं ने अमेरिकी अंतरिक्ष बल (US Space Force) को गंभीर चिंता में डाल दिया है। हाल ही में, पांच चीनी उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में ‘डॉगफाइटिंग’ करते हुए देखा गया है, जिसे विशेषज्ञों द्वारा अंतरिक्ष में युद्धाभ्यास के रूप में देखा जा रहा है। यह गतिविधि चीनी सैन्य तैयारियों को लेकर गंभीर संकेत देती है और यह अमेरिका के लिए एक बड़े खतरे के रूप में उभर सकती है।
डॉगफाइटिंग: अंतरिक्ष युद्ध का नया रूप- Us China Space War
‘डॉगफाइटिंग’ शब्द आमतौर पर हवाई युद्ध में लड़ाकू विमानों के बीच की जंग के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें विमान एक-दूसरे का पीछा करते हुए शिकार करने के लिए संघर्ष करते हैं। अब, यह शब्द अंतरिक्ष में उपग्रहों के बीच होने वाली गतिविधियों को संदर्भित करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष बल ने रिपोर्ट किया कि चीन के पांच उपग्रहों ने पृथ्वी की निचली कक्षा में एक दूसरे के आसपास मूवमेंट करते हुए इस तरह के युद्धाभ्यास किए, जो उनकी सामरिक और तकनीकी प्रगति का संकेत है।
अंतरिक्ष में चीन की बढ़ती ताकत
अमेरिकी स्पेस फोर्स के जनरल माइकल गुएटलीन ने एक सम्मेलन में बताया कि चीन द्वारा किए गए कोऑर्डिनेटेड मूवमेंट ने अंतरिक्ष में युद्ध संचालन की नई रणनीतियों को प्रदर्शित किया। गुएटलीन ने इसे “ऑन-ऑर्बिट स्पेस ऑपरेशन” के रूप में परिभाषित किया, जिसमें उपग्रह एक दूसरे के पास आकर जटिल सैन्य अभ्यास करते हैं। गुएटलीन के अनुसार, यह चीन की सैन्य क्षमताओं के विकास की ओर इशारा करता है, जो अंतरिक्ष में किसी भी संभावित सैन्य संघर्ष में भाग लेने के लिए तैयार हो सकता है।
चीनी सैटेलाइटों का भागीदारी
चीनी सैन्य अभ्यास में तीन शियान-24सी उपग्रह और दो अन्य चीनी प्रायोगिक अंतरिक्ष यान, शिजियान-605 ए और बी शामिल थे। इन उपग्रहों का उद्देश्य न केवल कक्षा में वस्तुओं के इर्द-गिर्द घूमना था, बल्कि अन्य उपग्रहों और अंतरिक्ष यानों का निरीक्षण करना भी था। यह अभ्यास रेंडेजवस और निकटता संचालन का हिस्सा था, जो दर्शाता है कि चीन ने कक्षा में जटिल युद्धाभ्यास करने की अपनी क्षमता को मजबूत किया है।
अमेरिका के लिए बढ़ता खतरा
अमेरिकी स्पेस फोर्स के जनरल गुएटलीन ने इस डॉगफाइटिंग को अमेरिका के लिए गंभीर खतरे के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि चीन, रूस जैसे अन्य देशों के साथ मिलकर अंतरिक्ष में बड़ी ताकत बन सकता है, जिससे अमेरिकी सैन्य क्षमता पर दबाव बढ़ सकता है। यह टिप्पणी रूस के 2019 के “नेस्टिंग डॉल” क्षमता प्रदर्शन से जुड़ी हुई थी, जिसमें एक रूसी उपग्रह ने छोटे अंतरिक्ष यान को छोड़कर अमेरिकी उपग्रह के पास युद्धाभ्यास किए थे। इस प्रकार की गतिविधियाँ यह संकेत देती हैं कि अमेरिका और उसके प्रतिद्वंद्वियों के बीच अंतरिक्ष में क्षमताओं का अंतर घट रहा है।
अंतरिक्ष में “श्रेष्ठता” की दौड़
गुएटलीन ने चेतावनी दी कि अंतरिक्ष में क्षमता का अंतर अब पहले जैसा बड़ा नहीं रहा। उनका कहना था कि यदि अमेरिका ने अपनी अंतरिक्ष तैयारियों को और मजबूत नहीं किया, तो वह अपनी “श्रेष्ठता” खो सकता है। अमेरिकी स्पेस फोर्स अब अंतरिक्ष में प्रभुत्व स्थापित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर रहा है, ताकि वह चीन और रूस जैसी ताकतों से मुकाबला कर सके।