US Airstrike Syria: उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अमेरिकी सेना ने एक सटीक हवाई हमले में अलकायदा से जुड़े आतंकी संगठन हुर्र-अल-दीन के एक वरिष्ठ कमांडर को मार गिराया। अमेरिकी सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने रविवार को जारी बयान में इस हमले की पुष्टि की। सेना के मुताबिक, यह ऑपरेटिव आतंकी संगठन में वित्त और रसद मामलों का वरिष्ठ अधिकारी था। यह हमला क्षेत्र में आतंकवाद को बाधित करने और अमेरिका व उसके सहयोगियों की सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया।
आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी सेना का बड़ा कदम– US Airstrike Syria
सेंट्रल कमांड ने कहा कि यह ऑपरेशन आतंकवादियों द्वारा अमेरिका, उसके सहयोगी देशों और सैन्य कर्मियों पर संभावित हमलों को रोकने के लिए किया गया था। अमेरिकी सेना की इस कार्रवाई को आतंकवाद के खिलाफ चल रही वैश्विक मुहिम का हिस्सा बताया जा रहा है। यह हमला अमेरिका की उस नीति को भी दर्शाता है, जिसमें वह आतंकवादियों को उनके ठिकानों पर ही खत्म करने का प्रयास करता है।
सेंट्रल कमांड का बयान
सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने इस ऑपरेशन को लेकर कहा, “हम अपनी मातृभूमि और क्षेत्र में अमेरिका, उसके सहयोगी और साझेदार कर्मियों की रक्षा के लिए आतंकवादियों का लगातार पीछा करना जारी रखेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि यह हमला केवल एक शुरुआत है और आतंकवाद को खत्म करने के लिए अमेरिका की कार्रवाई जारी रहेगी।
इराक में भी आतंकियों पर हमला
यह हमला इराक के रावा इलाके में इराकी सुरक्षा बलों द्वारा किए गए हवाई हमले के तीन दिन बाद हुआ, जिसमें ISIS के पांच ऑपरेटिव मारे गए थे। यह दर्शाता है कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश आतंकवाद के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपना रहे हैं और आतंकी संगठनों को कमजोर करने के लिए लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं।
सीरिया में बढ़े अमेरिकी हमले
पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी सेना ने सीरिया में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं। इससे पहले 30 जनवरी को अमेरिकी सेना ने उत्तरी-पश्चिमी सीरिया में एक एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें हुर्र-अल-दीन के एक अन्य वरिष्ठ कमांडर मुहम्मद सलाह अल-जबीर मारा गया था। इस हमले के बाद आतंकवादी संगठनों में हलचल मच गई थी।
हुर्र-अल-दीन पर अमेरिका की सख्ती
हुर्र-अल-दीन को अमेरिका ने 2019 में एक आतंकवादी संगठन घोषित किया था और इसके कई सदस्यों पर इनाम भी रखा गया है। यह संगठन सीरिया में अल-कायदा से संबद्ध है और विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है। अमेरिकी सेना का मानना है कि इस तरह के ऑपरेशनों से आतंकवादी नेटवर्क को कमजोर किया जा सकता है।
अमेरिकी सेना की यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ उसकी कठोर नीति को दर्शाती है। अमेरिका ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवादी संगठनों को पनपने नहीं देगा और वैश्विक सुरक्षा बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाता रहेगा। इस हमले के बाद क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति पर और कड़े कदम उठाए जाने की संभावना जताई जा रही है।