बुधवार का दिन अमेरिकी इतिहास के लिए काला दिन था। दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश की संसद भवन में जो उत्पात ट्रंप समर्थकों ने मचाया, वो पूरी दुनिया के लिए चौंका देने वाला था। इस हिंसा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बुरी तरह से घिर गए और अमेरिका के अलावा दुनियाभर में उनकी कड़ी आलोचना होने लगी। कैपिटल हिल में ये बवाल ट्रंप के एक भाषण के बाद हुआ था, जिसमें उन्होनें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हार मानने से इनकार कर दिया था। हालांकि इस पूरे हंगामे के बाद उन्होनें अपनी हार स्वीकार कर ली।
ट्रंप ने जारी किया वीडियो संदेश
बुरी तरह से आलोचनाओं में घिरने के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। इस हिंसा को लेकर उन्होनें एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होनें इसकी निंदा करते हुए अपने समर्थकों को घुसपैठिए और दंगाई तक कह रहे हैं। जबकि बुधवार को ट्रंप, उनकी बेटी इवांका ट्रंप और उनकी पार्टी के कई नेता इन समर्थकों को ‘देशभक्त’ कहा था।
ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा- ‘बाकी अमेरिकियों की तरह मैं भी इस हिंसक घटना और मारपीट की वजह से गुस्से में हूं। तुरंत ही मैंने नेशनल गार्ड और फेडरल लॉ एन्फोर्समेंट से बिल्डिंग को सुरक्षित करने और घुसपैठियों को निकालने के आदेश दे दिए थे। अमेरिका हमेशा लॉ एंड ऑर्डर को पंसद करने वाला देश रहा है और हमेशा ऐसा रहेगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे ये भी कहा कि जिन लोगों ने ये हिंसा की, जो इसमें शामिल थे, वो हमारे देश का प्रतिनिधित्व नहीं करते। जिन लोगों ने कानून तोड़ा उनको इसकी सजा मिलेगी। चुनाव खत्म हो चुके है और अब हमको बाकी कामों पर ध्यान देने की जरूरत है। मेरे कैम्पन ने कानूनों से चुनाव नतीजों को चैलेंज करने की कोशिश की, लेकिन अब आगे बढ़ने का समय है। मैं अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया के सुधार का समर्थक हूं और इसके पक्ष में आगे भी आवाज उठाता रहूंगा।
‘सत्ता सौंपने को तैयार’
ट्रंप आगे बोले कि कांगेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया और अब 20 जनवरी को नए प्रशासन का उद्घाटन होगा। अब मेरा ध्यान सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और निर्बाध परिवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए है। गौरतलब है कि अमेरिका में हुई हिंसा के बाद ट्रंप को अभी राष्ट्रपति पद से हटाए जाने की मांग उठ रही है। इसी बीच उन्होनें ये वीडियो संदेश जारी कर हिंसा की निंदा की।
बाइडेन ने ट्रंप समर्थकों को बताया ‘घरेलू आतंकी’
इसके अलावा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हिंसा करने वाले ट्रंप समर्थकों को घरेलू आतंकी करार दिया। उन्होनें कहा कि हमने जो कुछ भी देखा वो सही नहीं था। ये कोई विरोध नहीं था, वो अराजकता था। जिन्होनें ये सब किया वो प्रदर्शनकारी नहीं थे। वो दंगाई, विद्रोही और घरेलू आतंकी थे।
बता दें कि ट्रंप के समर्थक तब अमेरिकी संसद में घुसे जब जो बाइडेन के आधिकारिक जीत की घोषणा सांसद करने की तैयारी में थे। अचानक ही उन्होनें वहां घुसकर उत्पाद मचाना शुरू कर दिया। ट्रंप समर्थकों ने जबरदस्त तोड़फोड़ की, गोली भी चली। हिंसा की वजह से 4 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा वॉशिंगटन में 15 दिनों के लिए इमरजेंसी लगा दी गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर से भी कुछ घंटों के लिए ट्रंप को बैन कर दिया गया था और उनकी कुछ वीडियो को हटा दिया। अब फेसबुक, इंस्टाग्राम से ट्रंप के अकाउंट अनिश्चिकाल के लिए बैन कर दिए गए है।