Trump Statement on Illegal Immigrants: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी वादों को पूरा करते हुए अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। उनके आदेशों पर अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने चुनिंदा समुद्री सीमाओं पर नौसैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। यह कदम अमेरिका में अवैध प्रवास को रोकने और सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
और पढ़ें: Japan News: जापान की ऐतिहासिक खोज! महासागर के नीचे छिपा 26 बिलियन डॉलर का खजाना
कोस्ट गार्ड की कार्रवाई और प्रमुख स्थान- Trump Statement on Illegal Immigrants
कोस्ट गार्ड के कार्यवाहक कमांडेंट एडमिरल केविन लुंडसे ने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकारी आदेशों के तहत, समुद्री सीमाओं पर निगरानी और तैनाती बढ़ाई जा रही है। इसके तहत निम्नलिखित स्थानों पर सख्त पहरा लगाया जाएगा:
- फ्लोरिडा की दक्षिणी सीमा: हैती और क्यूबा से अवैध प्रवास रोकने के लिए।
- अलास्का, हवाई, गुआम, समोआ, प्यूर्टो रिको और वर्जिन आइलैंड्स: इन क्षेत्रों की समुद्री सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी की जाएगी।
- बहामास और साउथ फ्लोरिडा के बीच: समुद्री सीमा पर निगरानी।
- अमेरिका-मेक्सिको सीमा: विशेष रूप से समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा।
- टेक्सास और गल्फ ऑफ अमेरिका: यहां समुद्री सुरक्षा बढ़ाई जाएगी।
अवैध प्रवासियों और ड्रग्स तस्करी पर फोकस
कोस्ट गार्ड ने कहा है कि होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट और डिफेंस विभाग के साथ मिलकर अवैध प्रवासियों की पहचान, उन्हें डिपोर्ट करने और ड्रग्स तस्करी रोकने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप का रुख
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी शपथ लेने के बाद ही अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की। उन्होंने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर सेना भेजने और जन्म से मिलने वाले नागरिकता के अधिकार को समाप्त करने की मांग की। ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह एक बड़ा और आवश्यक कदम है। हालांकि, जन्म से नागरिकता खत्म करने के उनके प्रस्ताव को कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
अवैध अप्रवासियों को वापस भेजने का वादा
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “हम लाखों अवैध प्रवासियों को उसी जगह वापस भेजेंगे जहां से वे आए हैं।” व्हाइट हाउस की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी अन्ना केली ने भी घोषणा की थी कि ट्रंप प्रशासन अमेरिका में शरण देने की प्रथा को खत्म कर देगा।
भारतीय प्रवासियों पर प्रभाव
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में करीब 725,000 अवैध भारतीय प्रवासी हैं। इनमें से कई बिना दस्तावेज के अमेरिका में घुसे हैं, जबकि अन्य का वीजा समाप्त हो चुका है। ट्रंप के इस फैसले का इन पर सीधा असर पड़ेगा। भारतीय प्रवासी, जो अवैध रूप से अमेरिका में हैं, अब बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
चुनौतीपूर्ण और महंगा कदम
विशेषज्ञों के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों को देश से निकालना ट्रंप प्रशासन के लिए एक मुश्किल और महंगा कदम साबित हो सकता है। इसके लिए न केवल वित्तीय संसाधनों की जरूरत होगी, बल्कि व्यापक प्रशासनिक प्रयासों की भी आवश्यकता होगी।
डोनाल्ड ट्रंप का यह फैसला अमेरिका की सुरक्षा और अवैध प्रवासियों पर नियंत्रण के लिए एक निर्णायक कदम है। हालांकि, इसके सामाजिक, कानूनी और आर्थिक प्रभाव गहरे हो सकते हैं। भारतीय प्रवासियों समेत अन्य देशों के अवैध प्रवासियों को इस फैसले का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।