
अमेरिका में बीते दिनों कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा ने देश को शर्मसार करके रख दिया। ट्रंप समर्थकों ने जो अमेरिकी संसद में तोड़फोड़ मचाई, उसकी आलोचना पूरी दुनिया में हुई।इस हिंसा के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को स्वीकार कर लिया और 20 जनवरी को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता ट्रांसफर करने की बात भी कह दी।
लेकिन इन सबसे बावजूद अमेरिका में बवाल अब तक थमा नहीं है। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी को तो ये तक डर सताने लगा है कि कहीं डोनाल्ड ट्रंप सत्ता छोड़ने से पहले परमाणु हमला ना कर दें।
‘ट्रंप को इस आदेश से दूर रखने को कहा’
नैंसी पेलोसी ने बताया कि इसको लेकर वो अमेरिकी सेना के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन मार्क मिले से भी बात कर चुकी हैं। नैंसी से उनसे बात करके ‘सिरफिरे’ ट्रंप को सैन्य कार्रवाई और न्यूक्लियर अटैक के आदेश से दूर रखने को कहा। उन्होनें कहा कि इस अस्थिर राष्ट्रपति को लेकर इससे खतरनाक स्थिति और कुछ नहीं हो सकती है।
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति न्यूक्लियर लॉन्च कोड से अपनी सेना को जल, थल या फिर नभ से किसी भी देश पर न्यूक्लियर अटैक करने के आदेश दे सकता है। अगर एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति ऐसा आदेश दे देता है, जो सेना चाहकर भी ऐसा करने से इनकार नहीं कर सकती। अमेरिका में जब कोई नया राष्ट्रपति बनता है, तो ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ की तरफ से उसे न्यूक्लियर लॉन्च कोड सौंपे जाते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिस तरह चुनाव को लेकर बर्ताव किया, वो हैरान कर देने वाला था। वो लगातार चुनाव के नतीजों से इनकार करते रहे और अपनी हार मानने को तैयार नहीं हुए। ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगाते रहे। अमेरिकी संसद में हिंसा के बाद ट्रंप ने उन्होनें अपनी हार मानी। 20 जनवरी को ट्रंप का कार्यकाल खत्म होगा और तब जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति बनेंगे।
नैंनी पोलेसी को चिंता है कि अपने कार्यकाल के आखिर दिनों में ट्रंप परमाणु हमले जैसा कोई खतरनाक कदम ना उठा लें। इस वजह से वो लगातार ट्रंप को जल्द से जल्द राष्ट्रपति पद से हटाने की मांग कर रही हैं। उन्होनें कहा कि अपने देश, अपने लोगों और लोकतंत्र को किसी भी हमले से बचाने के लिए हमें वो सब कुछ करना चाहिए, जो हम कर सकते हैं।
पेलोसी ने कहा कि उनकी कोशिश यही है कि जितना जल्दी हो सके ट्रंप को पद से हटाने की कार्यवाही शुरू हों। उन्होंने कैपिटल हिल पर हमले के बारे में कहा कि जो कुछ भी हुआ वो बहुत गलत था। इसकी कोई माफी हो ही नहीं सकती।
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