रूस-यूक्रेन के युद्ध के बाद से ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। लेकिन इस बार पुतिन सुर्खियों में अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर है। इस खबर के फैलते ही सब भौंचक्के रह गए है कि क्या ये सच हैं? आइए जान लेते हैं कि पुतिन को लेकर ऐसी कोई सी खबर आई है, जिसने हर किसी को हैरान करके रख दिया।
पुतिन को है ब्लड कैंसर?
दरअसल, खबर है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन गंभीर बीमारी से जूझ रहे है। रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन को ब्लड कैंसर है। एक टेप रिकोर्डिंग के अनुसार पुतिन के करीबी माने जाने वाले एक रूसी अरबपति कहते है कि पुतिन काफी बीमार है और वो ब्लड कैंसर से पीड़ित है। टेप में कुल 11 मिनट की बातचीत रिकॉर्ड है। वहीं कुछ समय पहले भी यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पुतिन की बीमारी के बारे में बात की थी। तब भी कहा गया था कि पुतिन को कैंसर है। रिपोर्ट्स में ये तक दावा किया गया है कि पुतिन के पास अब कम ही दिन बाकी रह गए हैं।
कई बार आ चुकी हैं पुतिन के बीमार होने की खबरें
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में पुतिन के दो वीडियो वायरल हुए। वायरल हुए पहला वीडियो बेलारुस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से हाथ मिलाने के दौरान का है। उसमें देखा गया कि पुतिन का हाथ कांप रहा है। कंपकंपी को रोकने के लिए वो अपना हाथ सीने पर रखते हैं और लुकाशेंको की ओर जाते हुए लड़खड़ाते हुए चलते है।
वहीं इससे अलावा पुतिन का 12 मिनट का वीडियो भी सामने आया था। जहां रूसी राष्ट्रपति, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से मुलाकात कर रहे होते हैं और टेबल का एक कोना जोर से पकड़े बैठे दिखे। इस दौरान उनका दाहिना पांव हिलते हुए दिखा। वहीं गौर करने पर पुतिन के चेहरे पर सूजन भी दिखी। बोलते हुए उनकी आवाज़ में लड़खड़ाहट थी। इसके अलावा वो काफी ढीली अवस्था में बैठे हुए थे।
पुतिन की बीमारी के चलते एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मॉस्को के सेंट्रल क्लिनिकल अस्पताल के सर्जन पुतिन के घर उनसे मिलने लगभग 35 बार जा चुके हैं। सर्जन सेलवानोव थायरॉयड कैंसर के विशेषज्ञ है। हालांकि अभी कुछ साफ नहीं है कि पुतिन ब्लड कैंसर से पीड़ित है या थायरॉयड कैंसर से।
गौरतलब है कि पुतिन बैठकों के दौरान दूसरे नेताओं से दूर बैठते देखे गए है। इसने भी पुतिन की बिगड़ती तबीयत की अटकलों को हवा दी गई। लेकिन क्रेमलिन का कहना है कि पुतिन कोरोना वायरस के एहतियात के कारण लंबी टेबल का इस्तेमाल दूरी बनाकर रखने के लिए करते है।
बता दें कि यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देने के बाद दुनियाभर में पुतिन की कड़ी निंदा हो रही है। 24 फरवरी से अब तक हजारों नागरिक मारे जा चुके है। वही रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद लगभग 61 लाख यूक्रेनी देश छोड़कर जा चुके है। बहरहाल, पुतिन अपने कथित आखिरी दिनों में भी अपनी जिद्द छोड़ने को तैयार नहीं है। उनकी जिद्द से पहले ही अब तक हजारों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें कड़ी निंदा का सामना भी करना पड़ रहा है।