जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) की गोली लगने से मौत हो गई है। शुक्रवार नारा शहर में उन पर एक शख्स ने पीछे से गोली चला दी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। Shinzo Abe पर जब ये हमला हुआ तब वो एक छोटी जनसभा में भाषण दे रहें थे। सूत्रों के मुताबिक गोली लगने के बाद शिंजो आबे को दिल का दौरा पड़ा, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर दुनिया के तमाम बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। शिंजो आबे दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेताओं में शुमार थे। वह जापान के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। हैं। उनके नाना-दादा देश के कद्दावर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते थे।
जापान के पीएम फुमियो किशिदा का बयान
शिंजो आबे पर हुए इस हमले के बाद जापान के PM फुमियो किशिदा मीडिया के सामने आए और उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की है। किशिदा ने कहा कि देश में ऐसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जापान के PM ने इसे बर्बर और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। शिंजो आबे के निधन से जापान में 10 जुलाई को होने वाले चुनाव टाले जाएंगे या फिर नहीं, इसके लिए कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया जाएगा।
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नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया
शिंजो आबे के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा – ”मैं अपने सबसे प्यारे दोस्तों में से एक शिंजो आबे के दुखद निधन पर स्तब्ध और दुखी हूं। उन्होंने भारत-जापान संबंधों को एक विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के स्तर तक ले जाने में बहुत बड़ा योगदान दिया। आज पूरा भारत जापान के साथ शोक मनाता है और हम इस कठिन क्षण में अपने जापानी भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता से खड़े हैं”।
शिंजो आबे का राजनीतिक करियर
शिंजो आबे का जन्म 21 सितम्बर, 1981 में टोक्या हुआ था। इनका परिवार यामागुची प्रांत का रहने वाला था। इनकी माँ जापान के पूर्व प्रधानमंत्री नोबुसेकु किशी की बेटी थी। उन्होनें 1982 में अपने राजनीति करियर की शुरुआत की थी। 1993 में वो पहली बार चुनाव लड़ें और जीते। 2006 में सबसे कम उम्र के जापान के प्रधानमंत्री बनें। 2012 से 2020 तक शिंजो आबे जापान के प्रधानमंत्री रहें। साल 2006 में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के आबे को प्रधानमंत्री चुना गया। तब उनकी उम्र 52 साल थी। वह साल 2007 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान उनके नाम दो रिकॉर्ड दर्ज हुए।
आबे न सिर्फ युद्ध के बाद देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने बल्कि वह पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जिनका जन्म सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद हुआ था। इसके बाद दूसरी बार 26 दिसंबर 2012 से 16 दिसंबर 2020 तक वह लगातार प्रधानमंत्री रहे। वो देश के ऐसे प्रधानमंत्री रहे हैं जिसने सबसे लंबे समय तक इस पद को संभाला। इस बीच वह बीमार हो गए। बीमारी बढ़ने के चलते (Shinzo Abe) ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष बने रहे।