रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी को हुई थी। इस दिन ही रूस ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया था। दोनों देशों के बीच जारी जंग को 12 दिन बीत चुके हैं और आज 13वां दिन है। इस दौरान युद्ध रुकने की बजाए लगातार और ज्यादा खतरनाक रूप लेता जा रहा है। रूस के यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। वहीं यूक्रेन भी रूसी हमलों के आगे अब तक झुका नहीं और इन हमलों का जवाब देने की कोशिश कर रहा है। आज युद्ध के 13वें दिन क्या कुछ हो रहा है, इससे जुड़ी हर अपडेट हम आप तक पहुंचाएंगे…
03:15 PM- क्रीमिया और डोनबास इलाके पर बातचीत को तैयार जेलेंस्की
रूस यूक्रेन युद्ध से जुड़ी बड़ी खबर आई है। दरअसल, खबरों के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की क्रीमिया और डोनबास क्षेत्र के जिन इलाकों को मान्यता दी गई थी, उन पर रूस से बातचीत के लिए तैयार हो गए। दरअसल, रूस इनको यूक्रेन से अलग जगहों के तौर पर देखता है। रूस ने डोनबास में ही दो इलाके लुहान्स्क, डोनेस्क को अलग देश के रूप में मान्यता दी थी।
01:42 PM- रूसी सेना ने गिराए बम, 18 की मौत
यूक्रेन की सरकार ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि रूसी सेना ने सुमी में रिहायशी इलाकों में 500 किलो के बम देर रात गिराए। जिसकी वजह से 18 लोगों की मौत हो गई। इसमें 2 बच्चे भी शामिल रहे।
12:33 PM- बमबारी रुकने के बाद भारत आएगा नवीन का शव
यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा का शव भारत लाने की कोशिशें जारी हैं। इस बीच कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने बताया कि इस मामले में उनकी विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात हुई। उन्होंने सूचित किया है कि नवीन का शव मुर्दाघर में रखा गया है। गोलाबारी रुकने के बाद उनका पार्थिव शरीर भारत लाया जाएगा।
12:28 PM- रूस के बिना स्थाई शांति की बात करना असंभव- फ्रांस
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रूस-यूक्रेन जंग को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि रूस और रूस के लोगों का सम्मान करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर रूस ‘दुनिया की महान वास्तुकला’ का हिस्सा नहीं होगा तो ‘स्थाई शांति’ की बात करना असंभव होगा। गौरतलब है कि रूस यूक्रेन जंग को लेकर अब तक फ्रांस रूस के खिलाफ खुलकर बोल रहा था, हालांकि उसने रूश में अब कुछ नरमी देखने को मिल रही है।
11:24 AM- एक और स्कूल रूसी बमबारी में तबाह
यूक्रेन ने दावा किया है कि रूसी मिसाइल ने Zhytomyr में एक और स्कूल को तबाह कर दिया। हालांकि स्कूल बंद था, इसलिए जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। दावा के मुताबिक रूस ने अब तक 202 स्कूल, 34 हॉस्पिटल, 1500 रिहायशी बिल्डिंग तबाह किए।
10:35 AM- यूक्रेन के 5 शहरों में युद्धविराम का ऐलान
यूक्रेन में फंसे आम लोगों को निकालने के लिए आज भी सीजफायर लागू होगा। भारत में रूसी दूतावास के मुताबिक ये सीजफायर आज दोपहर साढ़े 12 बजे से रहेगा। इसके लिए रूस ने पांच शहरों में सुमी, कीव, खारकीव, मारियुपोल, चरनीहीव ंमें युद्धविराम शुरू होगा।
09:52 AM- सबसे ज्यादा प्रतिबंधों वाला देश बना रूस
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस सबसे ज्यादा प्रतिबंधों वाला देश बन गया। इस मामले में रूस ने ईरान और उत्तर कोरिया को भी पीछे छोड़ दिया है। रिपोर्ट्स की मानें तो रूस पर अब तक 5,530 प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं।
09:28 AM- जेलेंस्की को मिलेगा सम्मान
चेक राष्ट्रपति यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को उनकी बहादुरी और साहस के लिए अपने सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित करेगा। वहां के राष्ट्रपति ने कहा कि जब अमेरिका ने जेलेंस्की को संकटग्रस्त देश से बाहर निकाने की पेशकश की, तब भी वो अपने देश की राजधानी में डटे हैं। वहां से वो अपने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं।
09:20 AM- हिरासत में लिए गए यूक्रेनी सांसद
रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी एक और बड़ी खबर आई। दरअसल, यूक्रेन के सांसद येवेन शेवचेंको को यूक्रेन छोड़ने की कोशिश के दौरान हिरासत में ले लिया गया। यूक्रेन की सरकार के आदेश के अनुसार, शेवचेंको को देश छोड़ने का अधिकार नहीं है। अनिवार्य सैनिक सेवा के अनुसार उनकी उम्र युद्ध लड़ने की है।
09:16 AM- जंग में मारे गए रूसी जनरल
युद्ध के बीच रूसी जनरल विटाली गेरासिमोव के मारे जाने की बड़ी खबर सामने आई है। यूक्रेनी सेना के खुफिया विभाग के मुताबिक उसने खारकीव में रूसी जनरल को मार गिराया। अधिकारियों के मुताबिक मेजर जनरल विटाली रूस की तरफ से क्रीमिया, चेचन और सीरिया की लड़ाई में भी हिस्सा ले चुके हैं।
09:04 AM- रूस-यूक्रेन में हुई तीसरे दौर की बातचीत
युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन में बातचीत का सिलसिला भी जारी है। सोमवार को बेलारूस-पोलैंड सीमा पर दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई। बताया जा रहा है कि इस बाचतीच के दौरान युद्ध को रोकने में कोई सफलता नहीं मिली। वहीं कहा ये भी जा रहा है कि यूक्रेन ने सुरक्षा गलियारे के निर्माण को ठुकरा दिया, क्योंकि मॉस्को के प्रतिनिधियों ने लोगों के निकलने के लिए जो रास्ता दिया वो रूस और बेलारूस की तरफ जाता है।