
ब्रिटेन के वित्त मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले ऋषि सुनक (Rishi Sunak) बहुत सुर्ख़ियों में हैं। ऋषि सुनक के अलावा हेल्थ सेक्रेटरी साजिद जावेद ने भी इस्तीफा दे दिया है। (Rishi Sunak) ने ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन को चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा पेश किया है। चिट्ठी में सुनक ने बोरिस जॉनसन के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। ऋषि सुनक ने ट्विटर पर अपने इस्तीफे की बात करते हुए बोरिस जॉनसन के नाम एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में उन्होंने जॉनसन पर कुछ गंभीर सवाल उठाए हैं।
The public rightly expect government to be conducted properly, competently and seriously.
— Rishi Sunak (@RishiSunak) July 5, 2022
I recognise this may be my last ministerial job, but I believe these standards are worth fighting for and that is why I am resigning.
My letter to the Prime Minister below. pic.twitter.com/vZ1APB1ik1
बता दें, ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और अक्षता मूर्ति को इस बात को लेकर घेरा जा रहा था कि अक्षता मूर्ति रूस में इन्फोसिस के परिचालन से हो रही कमाई में हिस्सेदार हैं और इस पर ब्रिटेन में टैक्स नहीं दे रही हैं। वहीं ऋषि सुनक इस बात को लेकर स्पष्ट हैं कि वह इन सब मामलों की वजह से अपने वित्त मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
ऋषि सुनक, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दमाद हैं। ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं। विवाद के बाद अक्षता ने घोषणा की थी कि ''वह अपने पति के काम में व्यवधान से बचने के लिए अपनी सारी आमदनी पर ब्रिटेन में कर का भुगतान करेंगी''। अक्षता ने एक ट्वीट भी किया था कि ''उनकी वैश्विक आय पर ब्रिटेन में कर का भुगतान करने का निर्णय इस तथ्य को नहीं बदलेगा कि भारत उना जन्म स्थल, नागरिकता, माता-पिता का घर और अधिवास का स्थान बना हुआ है। लेकिन उन्हें ब्रिटेन से भी प्यार है।
ऋषि सनक को 13 फरवरी 2020 को राजकोष का चांसलर नियुक्त किया गया था। वह पहले 24 जुलाई 2019 से 13 फरवरी 2020 तक ट्रेजरी के मुख्य सचिव और 9 जनवरी 2018 से 24 जुलाई 2019 तक आवास, समुदाय और स्थानीय सरकार मंत्रालय में संसदीय अवर सचिव थे।ऋषि मई 2015 में रिचमंड के लिए कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद चुने गए और जून 2017 से उनकी मंत्री पद की नियुक्ति तक व्यापार, ऊर्जा और औद्योगिक रणनीति विभाग में संसदीय निजी सचिव के रूप में कार्य किया। ऋषि सुनक (Rishi Sunak) विनचेस्टर कालेज, लिंकन कालेज, आक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी रहें हैं।
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