कुछ दिनों पहले एक खबर सामने आयी कि एक इंसान की बॉडी में पहली दफा सुअर का दिल फिट कर दिया गया और अब इससे भी आगे बढ़ते हुए डॉक्टरों ने एक और कमाल कर दिखाया जब किसी इंसान को सुअर की दोनों किडनी ही लगा डाली। जेनेटिकली मॉडिफाइड सुअर की दो किडनियों को सर्जंस ने इंसान में ट्रांसप्लांट किया और ऐसा दुनिया में सबसे पहली बार किया गया है।
किडनी ट्रांसप्लांट का मरीज वेंटिलेटर रखा गया था
सामने आयी एक खबर के मुताबिक ब्रेन डेड मरीज पर एक एक्पेरिमेंट किया गया। इस दौरान उनके अंगों को तीन दिनों से ज्यादा वक्त तक काम करते देखा गया। पहले से ही वेंटिलेटर पर 57 वर्षीय जिम पार्सन्स को रखा जा चुका था और उनकी किडनी भी पूरी तरह से फेल थी जिसको ठीक करने का रास्ता खत्म हो चुका था। अंगों की कमी के संकट को ये एक्सपेरिमेंट हल कर सकती है क्योंकि किडनी के लिए वेटिंग लिस्ट लंबी है।
बर्मिंघम (यूएबी) में अलबामा यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ लेखक डॉक्टर जयमे लोके का कहना है कि एक मील का पत्थर साबित हो सकता है चिकित्सा के हिस्ट्री में यह जेनोट्रांसप्लांटेशन जिससे अंगों की कमी से निपटा जा सकता है। डॉ. लोके ने कहा कि क्रिटिकल नॉलेज गैप पर हमने कामयाबी हासिल करते हुए ऐसा डेटा पाया है जिसकी हेल्प से हम सीरियस बीमारियों के आखिरी चरण में जूझ रहे मरीजों पर ऐसे ट्रायल कर सकते हैं जिसमें किडनी फेल की बीमारी भी है।
जेनोट्रांसप्लांटेशन का वैज्ञानिकों ने सपना देखा है जिसमें दशकों से इंसानों में जानवरों के अंगों को डाला जाता है। पहले से ही मनुष्यों में सुअर के हृदय के वाल्व बड़े पैमीने में यूज किए जाते हैं। एक सुअर का प्राकृतिक जीवनकाल 30 है और वे आसानी से पैदा होते हैं।
एक अमेरिकी व्यक्ति इस महीने की शुरुआत में सुअर का दिल पाने वाला पूरी दुनिया का पहला शख्स हो चुका है। सुअर का हृदय इस व्यक्ति को अगर नयी जिंदगी देता है तो इस एक्पेरिमेंट से दुनिया के उन लाखों लोगों को बचाया जा सकता है।