भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते लंबे वक्त से ही काफी बिगड़े हुए हैं। लेकिन कुछ दिनों से ऐसे संकेत मिलने लगे थे कि दोनों देशों के बीच के रिश्ते में कुछ सुधार आ सकता है। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने एक दूसरे को पत्र लिखा था। वहीं इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार दोबारा शुरू करने का फैसला लिया था। दरअसल, महंगाई का मारा पाकिस्तान भारत के साथ चीनी और कपास के आयात का फैसला लिया था।
…जब तक सामान्य नहीं हो सकते रिश्ते
लेकिन अपने इस फैसले से पाकिस्तान कुछ ही घंटों में पलट गया। पड़ोसी मुल्क ने अपने इस फैसले को वापस ले लिया। यही नहीं उनकी तरफ से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने के लिए एक बड़ी शर्त रखी गई। पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि जब तक जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को बहाल नहीं किया जाता, तब तक रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते।
बुधवार को लिया था फैसला और फिर
दरअसल, बुधवार को पाकिस्तान की इकॉनोमिक कॉर्डिनेशन कमेटी (ECC) ने भारत से आयात करने को हरी झंडी दी थी। वहीं इसके बाद गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि संबंध सामान्य होना मुमकिन नहीं। कैबिनेट की बैठक के बाद उन्होनें कहा कि पीएम इमरान खान समेत पाकिस्तानी मंत्रिमंडल की आम राय है कि जब तक भारत अनुच्छेद 370 के फैसले पर फिर से विचार नहीं करता, तब तक दोनों देशों के रिश्ते सामान्य होना मुमकिन नहीं।
माना जाता है कि इमरान सरकार ने ये फैसला विपक्षी दलों की आलोचना के बाद ये फैसला वापस लिया। दरअसल, उनके इस फैसले का काफी विरोध हो रहा था। जिसके चलते पाकिस्तानी पीएम को अपने इस फैसले को वापस लेना पड़ा। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के फैसले के बाद, पाकिस्तान ने भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को एकतरफा निलंबित किया था।
लिखा था पत्र भी…
यही नहीं पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर ये कहा था कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता भारत-पाक के बीच कश्मीर समेत दोनों देशों के बीच जो भी लंबित मुद्दें है उसका समाधान पर निर्भर करता है। पाकिस्तान के लोग भारत समेत दूसरे पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते चाहते हैं।
साथ में इस पत्र में ये भी लिखा गया कि दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। आपको बता दें कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने ये पत्र पाकिस्तान दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई बधाइयों के जवाब में लिखा था।