रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग से इस वक्त दुनिया के तमाम देश टेंशन में हैं। रूसी हमले ने यूक्रेन को पूरी तरह से तबाह करके रख दिया। इस बीच पश्चिमी देश खुलकर यूक्रेन के सपोर्ट में खड़े हुए नजर आ रहे है और रूस का विरोध करते हुए उसे रोकने के लिए तमाम प्रतिबंध भी लगाते नजर आ रहे हैं।
युद्घ के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक चिट्ठी को लेकर पश्चिमी देशों पर बुरी तरह से भड़क उठे। उन्होंने भड़कते हुए कहा कि उन्होंने ऐसी चिट्ठी भारत की क्यों नहीं भेजी?
इस चिट्ठी पर भड़के इमरान
मामले कुछ ऐसा है कि पाकिस्तान में स्थित यूरोपीय संघ के सदस्य देशों समेत 22 राजनयिक मिशनों के प्रमुखों ने पाकिस्तान को संयुक्त रूप से एक चिट्ठी लिखी। चिट्ठी में पाकिस्तान से मांग की गई कि वो संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूसी हमलों की निंदा वाले प्रस्ताव के समर्थन में वोट करें।
इसको लेकर ही इमरान खान एक रैली में बुरी तरह भड़क उठे। उन्होंने कहा कि हम पश्चिमी देशों के गुलाम नहीं। उन्होंने यूरोपीय संघ के राजदूतों से सवाल करते हुए पूछा कि क्या आपने भारत को ऐसा पत्र लिखा था?
कश्मीर का फिर किया जिक्र
इस दौरान भी इमरान खान कश्मीर का जिक्र करने से नहीं चूके। पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि हिंदुस्तान ने जब अंतरराष्ट्रीय कानून को तोड़ा, कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किया, तब आप में से किसी ने भारत से रिश्ते तोड़े? भारत पर प्रतिबंध लगाए?
रैली में इमरान खान बोले कि पाकिस्तान बस यही चाहता है कि जल्द से जल्द तनाव कम हो। पाकिस्तान रूस का दोस्त है और अमेरिका का भी। चीन और यूरोप के साथ पाकिस्तान के अच्छे संबंध है। हम किसी भी खेमे में नहीं।
तटस्थ है पाकिस्तान का रवैया
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दौरान अधिकतर देश यूक्रेन के सपोर्ट में हैं और रूसी हमलों की लगातार निंदा करते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस बीच कुछ देश ऐसे भी हैं जो इस मुद्दे पर अपना रुख साफ नहीं कर रहे। इस लिस्ट में भारत के साथ-साथ प्रदेश पाकिस्तान और चीन जैसे देश शामिल है चीन जैसे देश शामिल है। ये देश खुले तौर पर रूस की निंदा करने से बचते हुए नजर आ रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ वोटिंग से इन देशों ने दूरी बनाए रखी हुई है।
रूस-यूक्रेन मसले पर पाकिस्तान का भी रवैया भारत जैसा ही है। इमरान खान ने साफ किया है कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान तटस्थ रहेगा और उन लोगों के साथ मिलकर काम करेगा, जो युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।