कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट एक बार फिर दुनिया के लिए बड़ी मुसीबत बनकर सामने आया है। पिछले तीन हफ्तों में दुनिया के अधिकतर देशों में दस्तक दे चुका है। इसके फैलने की रफ्तार कितनी है. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते है कि सिर्फ एक रात में अमेरिका में मरीज दोगुने हो गए थे। नीदरलैंड में तो एक तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन में भी हालत ऑउट ऑफ कंट्रोल होते नजर आ रहे।
अमेरिका में डेल्टा वेरिएंट ने लोगों का पीछा नहीं छोड़ा था। लेकिन इस बीच यहां अब अधिकतर मामले ओमिक्रोन के ही मिल रहे है। अमेरिका में करीब 44 राज्यों में ओमीक्रोन वेरिएंट फैल चुका है। इस बीच इस वेरिएंट को लेकर तमाम एक्सपर्ट्स अपनी अपनी राय रखते नजर आ रहे हैं।
यूटा यूनिर्विसिटी के प्रोफेसर डी स्टीफन गोल्डस्टीन ने 'सैलून' को बताया कि दक्षिण अफ्रीका और यूरोप के आंकड़ों के आधार पर हम अगले हफ्तों में मामलों की संख्या में बढ़ोत्तरी होते हुए देखने को मिल सकती है। वहीं विश्वविद्यालय सैन फ्रांसिस्को में संक्रामक रोग चिकित्सक और मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ मोनिका गांधी ने कहा कि ओमीक्रोन काफी संक्रामक है और संक्रमण की एक नई लहर पैदा करेगा। इसके अलावा न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कुछ ऐसे सबूत मिले है, जो कहते है कि ओमीक्रोन सबसे तेज फैलने वाला कोविड19 वेरिएंट है। इसके अलावा सिंगापुर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि पुरी तरह से टीका लगाने के बाद भी तीन लोग कोरोना पॉजिटीव पाए गए है। इससे ये पता चलता है कि वैक्सीन ले चुके लोग भी इससे सुरक्षित नहीं है।
अमेरीका के रोग नियंत्रण रोकथाम केन्द्र यानी CDC ने कहा कि न्यूयॉर्क की स्थिति काफी ज्यादा खराब हो रही है और शनिवार को 21 हजार 908 नए मरीज मिले है, जिनमें से 13 प्रतिशत मरीज ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित है। अमेरिका में जहां एक तरफ ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से बढ़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ अमेरीका में लोग बड़ी आबादी में वैक्सीनेशन की तरफ भागती नजर आ रही है। इसलिए न्यूयॉर्क प्रशासन की तरफ से लोगों से टीका लगवाने की अपील की गई है।
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