Nvidia Lost 1 Trillion Dollar: चीन ने तीन महीने के भीतर अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों को एक बड़ा झटका दिया है, और यह बदलाव एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) क्षेत्र में दिख रहा है। इन तीन महीनों में एनवीडिया (Nvidia) जैसी दिग्गज कंपनियों को एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है, जिससे दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों की स्थिति पर बड़ा असर पड़ा है। यह घटना अमेरिका की टॉप टेक कंपनियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है, खासकर एनवीडिया के लिए, जो एआई चिप्स बनाने के लिए प्रसिद्ध है।
एनवीडिया का बड़ा नुकसान– Nvidia Lost 1 Trillion Dollar
एनवीडिया, जो कभी एआई चिप्स की दुनिया का चमकता सितारा था, अब भारी नुकसान का सामना कर रहा है। जनवरी 2025 में यह कंपनी दुनिया की सबसे ऊपर थी, लेकिन अब इसकी कीमत में 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। कंपनी के शेयरों में 27% तक की गिरावट आई है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका है। एक समय था जब एनवीडिया का AI सेक्टर में एकाधिकार सा था, लेकिन अब निवेशक यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या एआई का क्षेत्र अब भी आगे बढ़ पाएगा या नहीं।
माइक्रोसॉफ्ट ने भी रोका काम
माइक्रोसॉफ्ट जैसी दूसरी बड़ी टेक कंपनी भी इस बदलाव से अछूती नहीं रही है। इस हफ्ते माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिका और यूरोप में नए डेटा सेंटर बनाने का काम रोक दिया है, जो एआई क्षेत्र के लिए एक बड़ा संकेत है। माइक्रोसॉफ्ट की यह रणनीति एआई इंफ्रास्ट्रक्चर के भविष्य को लेकर बढ़ते सवालों का संकेत है। बढ़ती महंगाई, घटते विश्वास और ठंडे पड़े IPO मार्केट के साथ एआई के विकास को लेकर अनिश्चितताएं बढ़ती जा रही हैं।
एनवीडिया का दबदबा घटा
एनवीडिया एआई चिप मार्केट पर लंबे समय से हावी था। पिछले साल कंपनी ने बहुत अच्छी कमाई की थी, लेकिन अब उसकी तरक्की रुक गई है। एनवीडिया की एआई चिप्स का इस्तेमाल ChatGPT से लेकर क्लाउड कंप्यूटिंग तक में होता है। हालांकि, अब एनवीडिया के शेयरों में 27% की गिरावट आई है, जिससे कंपनी को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही एआई में उत्साह भी ठंडा होता हुआ दिखाई दे रहा है।
कोरवीव की मुश्किलें
एआई के क्षेत्र में CoreWeave नामक एक क्लाउड-कंप्यूटिंग स्टार्टअप भी अपनी सेवाएं दे रहा है। हालांकि, जब यह कंपनी IPO लेकर आई, तो लोगों का उसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखी। कंपनी को अपनी IPO की कीमत कम करनी पड़ी और शेयरों की संख्या भी घटानी पड़ी। CoreWeave के स्टॉक्स अपनी तय कीमत से भी नीचे खुले, जो एआई के बाजार में ठंडक का संकेत है।
क्या चीन ने अमेरिका की गति पर ब्रेक लगाए?
यह सवाल उठता है कि क्या चीन ने अमेरिकी कंपनियों की गति पर ब्रेक लगाया है। हाल ही में चीन के डीपसीक (DeepSeek) नामक एआई मॉडल ने दुनिया में हलचल मचा दी है। डीपसीक तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और यह सस्ता और बेहतर एआई समाधान देता है। कई कंपनियां, जो अपने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलना चाहती हैं, अब डीपसीक को अपना विकल्प बना रही हैं, जिससे एनवीडिया पर दबाव बढ़ रहा है।
चीन की अलीबाबा कंपनी भी एआई के क्षेत्र में अमेरिका को चुनौती दे रही है। अलीबाबा की सहायक कंपनी Ant Group ने हाल ही में चीन में बनी सेमीकंडक्टर चिप्स का इस्तेमाल करते हुए एक नया एआई सिस्टम बनाया है। कंपनी का दावा है कि इस एआई मॉडल की कीमत सामान्य मॉडल के मुकाबले 20% कम है, जो इसे अमेरिकी मॉडल से ज्यादा किफायती बनाता है।