चालबाज चीन अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा। चीन जिस तरह चोरी छिपे दूसरे देशों में घुसने की कोशिश करता है, उसकी इस आदत से हर कोई वाकिफ है। चीन की विस्तारवादी सोच कई देशों के लिए परेशानी खड़ी कर देती है। ऐसा ही कुछ भारत के साथ भी है। सीमा विवाद को लेकर लंबे समय से भारत और चीन आमने सामने हैं। दोनों देशों के बीच डेढ़ साल से सीमा पर तनाव का माहौल बना हुआ है।
भूटान में बसाए चीन ने गांव
इस बीच एक और बड़ी खबर यहां से सामने आई है, जो भारत की परेशानी को बढ़ा सकती है। दरअसल, ताजा जानकारी के मुताबिक सीमा विवाद के बीच ड्रैगन पड़ोसी देश भूटान की सीमा में भी घुसपैठ कर चुका है। NDTV की एक रिपोर्ट की मानें तो चीन ने भूटाने में तकरीबर 25 हजार एकड़ क्षेत्र में अवैध कब्जा कर लिया। सिर्फ यही नहीं। खबर तो ये तक है कि ड्रैगन ने यहां पर अवैध रूप से 4 गांव तक बसा लिए। ये नए गांव करीब-करीब 100 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैले हुए बताए जा रहे हैं। भूटान का ये विवादित भूमि डोकलम पठार के पास स्थित है। यहीं 2017 में भारत-चीन के बीच विवाद हुआ था।
एक वैश्विक शोधकर्ता ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए इसका खुलासा किया गया। फोटोज में साफ तौर पर देखने मिल रहा है कि चीन ने भूटान में अवैध रूप से 4 गांव बसा लिए। जानकारी के मुताबिक भूटान और चीन के बीच वो विवादित जगह है, वहां पर ये गांव बसाए गए।
एक साल के अंदर किया ये निर्माण
रिपोर्ट बताती हैं कि मनमाने तरीके से ड्रैगन ने विवादित जमीन के बड़े हिस्से पर बीते एक साल से यानी मई 2020 से लेकर नवंबर 2021 में निर्माण कार्य किया और इस दौरान यहां पर 4 गांव बसा दिए। हैरानी की बात यहां ये भी है कि चीन द्वारा अवैध गांव बसाने का ये मामला ऐसे वक्त में सामने आया, जब हाल ही में चीन और भूटान ने एक सीमा समझौता पर साइन किए गए।
भारत के लिए ये चिंता की बात?
भूटान में चीन का यूं अवैध कब्जा करना भारत के लिए परेशानी की बात है। क्योंकि ये हिस्सा डोकलाम के बिल्कुल पास में मौजूद है। रणनीतिक रूप से भारत के लिए ये हिस्सा काफी मायने रखता है। भारत-भूटान की सेनाएं आपसी सहमति से इस क्षेत्र में सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने को लेकर काम कर रही हैं। तो ऐसे में चीन की ये हरकत दोनों के लिए ही परेशानी खड़ी कर सकती है।