Nimisha Priya Case: भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को फांसी की सजा सुनाई गई है, और राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने इस सजा को मंजूरी दे दी है। खबर है कि अगले एक महीने में निमिषा को फांसी दी जा सकती है। यह खबर सामने आने के बाद उनके परिवार और शुभचिंतकों के बीच गहरा दुख और चिंता व्याप्त है। अब सवाल यह है कि क्या निमिषा प्रिया इस सजा से बच सकती हैं।
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क्या है मामला? (Nimisha Priya Case)
केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली निमिषा प्रिया 2008 में नौकरी के लिए यमन गई थीं। 2014 में गृहयुद्ध के दौरान, वह यमन लौटीं और अपने क्लिनिक के संचालन में एक स्थानीय नागरिक तलाल अब्दो महदी की मदद ली। लेकिन, महदी ने क्लिनिक की कमाई में हिस्सा देने से इनकार कर दिया और निमिषा का शारीरिक और मानसिक शोषण शुरू कर दिया।
महदी ने जाली दस्तावेज बनाकर निमिषा को अपनी पत्नी के रूप में पेश किया। 2016 में, निमिषा ने महदी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद उसे कुछ समय जेल में रहना पड़ा। जेल से बाहर आने के बाद, उसने निमिषा का पासपोर्ट छीन लिया। पासपोर्ट वापस पाने की कोशिश में निमिषा ने महदी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया, जिसके ओवरडोज से उसकी मौत हो गई।
न्यायिक प्रक्रिया और सजा
2020 में यमन की निचली अदालत ने निमिषा प्रिया को हत्या का दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई। 2023 में यमन की सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को बरकरार रखा। अब राष्ट्रपति द्वारा सजा की पुष्टि के बाद निमिषा के पास समय बहुत कम है।
क्या हैं बचने के विकल्प?
यमन में लागू शरिया कानून के अनुसार, निमिषा के पास ब्लड मनी का विकल्प है। शरिया कानून के तहत, पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर अपराधी को माफी दी जा सकती है।
- ब्लड मनी का भुगतान:
नवंबर 2023 में, निमिषा के परिवार ने बातचीत शुरू करने के लिए 40,000 डॉलर का भुगतान किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फांसी की सजा माफ कराने के लिए परिवार को लगभग 400,000 डॉलर और जुटाने होंगे। - भारत सरकार का हस्तक्षेप:
भारत सरकार ने इस मामले में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार प्रासंगिक विकल्पों की तलाश कर रही है। - बातचीत का प्रयास:
सुप्रीम कोर्ट के वकील सुभाष चंद्रन केआर ने कहा है कि भारत सरकार की पहल से पीड़ित परिवार को बातचीत की मेज पर लाया जा सकता है। इसके तहत ब्लड मनी देकर निमिषा की सजा को टालने या माफ कराने का प्रयास किया जा सकता है।
परिवार की लड़ाई
निमिषा का परिवार और सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल (SNPIAC) इस सजा को रोकने के लिए धन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। यह संगठन ब्लड मनी का प्रबंध कर पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर निमिषा को बचाने की रणनीति बना रहा है।
यमन में कानून के तहत सजा माफ कराने का एकमात्र विकल्प ब्लड मनी है। हालांकि, इसे लागू करने के लिए निमिषा के परिवार और भारतीय सरकार को तेज प्रयास करने होंगे।
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