मंकीपॉक्स को लेकर पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है, लेकिन चिंताजनक बात यह है कि यह वायरस अब अफ्रीका से बाहर फैलकर दूसरे देशों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। स्वीडन में इसका पहला मरीज मिला है। अब खबर है कि यह वायरस पाकिस्तान में भी फैलना शुरू हो गया है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पड़ोसी देश पाकिस्तान में मंकीपॉक्स के तीन मरीजों की पुष्टि हुई है। इस बीमारी से अब तक अफ्रीकी देशों के 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
और पढ़ें: ब्रेड के पैकेट पर लिखी इन बातों को न करें नजरअंदाज, वरना लगाने पड़ सकते हैं डॉक्टर के चक्कर
स्वीडिश पब्लिक हेल्थ एजेंसी की महानिदेशक ओलिविया विग्ज़ेल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि संक्रमित व्यक्ति अफ्रीका के उस हिस्से में रहने के दौरान वायरस से संक्रमित हुआ, जहाँ यह बीमारी व्यापक है। एम्पॉक्स निकट संपर्क से फैलता है। कांगो में बीमारी के अधिक गंभीर प्रकार के आसपास के देशों में फैलने के बाद डब्ल्यूएचओ ने इसे स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘दोपहर में पुष्टि हुई कि स्वीडन में एम्पॉक्स के अधिक गंभीर प्रकार का मामला है, जिसे क्लेड-I कहा जाता है।’
UN ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा ‘पॉक्स वायरस’ को ‘अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल’ घोषित किए जाने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ‘पॉक्स वायरस’ के अफ्रीका के देशों और संभवतः महाद्वीप के बाहर भी फैलने की संभावना के बारे में चेतावनी दे रहा है।
भारत को भी सतर्क रहने की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भारत को भी मंकीपॉक्स को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में संक्रमण की सूचना मिलने के बाद खतरा और भी बढ़ गया है। कोरोना के दौरान जुलाई 2022 में भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2023 में जुलाई के अंत तक देश में मंकीपॉक्स बीमारी के कुल 27 मामले सामने आए, जिनमें केरल के 12 मामले शामिल हैं। इस साल अब तक मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
Mpox कैसे फैलता है और क्या है लक्षण?
एम्पॉक्स या मंकीपॉक्स एक अत्यधिक संक्रामक रोग है। इससे त्वचा पर बड़े-बड़े छाले पड़ सकते हैं, साथ ही लिम्फ नोड्स में सूजन और बुखार भी हो सकता है। एम्पॉक्स संक्रमित जानवर या वायरस से संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के घाव, खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों या अन्य तरल पदार्थों के संपर्क में आने से संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
दूसरी ओर, एमपॉक्स के लक्षण चेचक जैसे ही होते हैं, जिसमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और एक विशिष्ट दाने शामिल हैं जो अक्सर चेहरे से शुरू होकर शरीर के अन्य भागों में फैल जाते हैं। एमपॉक्स के लक्षण 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं। एमपॉक्स आमतौर पर हल्का होता है और दुर्लभ मामलों में घातक होता है। यह फ्लू जैसे लक्षण और शरीर पर मवाद से भरे घाव भी पैदा करता है।
और पढ़ें: क्या आप भी हैं पिंपल मार्क्स से परेशान? महंगी क्रीम छोड़ आजमाएं ये घरेलू उपाय