बीते कुछ दिनों से भारत सरकार और ट्विटर के बीच विवाद चल रहा है। IT रूल्स अब तक नहीं मानने से लेकर टूलकिट विवाद और उपराष्ट्रपति के प्रोफाइल से ब्लू टिक हटाने को लेकर भारत सरकार और ट्विटर कई मुद्दों को लेकर आमने-सामने है।
वैसे इन दिनों ट्विटर का ‘पंगा’ भारत के साथ एक और देश के साथ चल रहा है। ये देश है नाइजीरिया। नाइजीरिया में ट्विटर को अनिश्चितकाल के लिए बैन हो गया। ये बड़ा कदम इस वजह से उठाया गया क्योंकि ट्विटर ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति की एक ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
क्यों ट्विटर ने डिलीट की थी ट्वीट?
नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मद बुहारी ने अपनी ट्वीट में देश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में उपद्रव कर रहे लोगों को चेतावनी दी थीं। मंगलवार को मुहम्माद बुहारी ने ट्वीट करते हुए कहा था- ‘आज जो लोग बवाल कर रहे हैं, वो नाइजीरियाई गृह युद्ध के दौरान हुए जानमाल के नुकासन और विनाश के बारे में जानने के लिए काफी छोटे हैं। हम मे से जो लोग 30 महीने तक मैदान में रहे हैं, जिन्होंने युद्ध किया है, उनको उसी भाषा में जवाब देंगे, जिसे वो समझते हैं।’ बता दें कि हाल ही के महीनों में अलगाववादी संगठन पर सरकारी इमारतों और पुलिस थानों पर हमला करने के आरोप लगे। इस संबंध में ही राष्ट्रपति ने ट्वीट किया था।
…और लग गया ट्विटर को बड़ा झटका
नाइजीरिया के राष्ट्रपति की इस ट्वीट का कई लोग विरोध करने लगे। फिर ट्विटर ने इस पर एक्शन लेते हुए राष्ट्रपति की उस ट्वीट को हटा दिया। इसके बाद नाइजीरिया की तरफ से भी बड़ा एक्शन लिया गया और ट्विटर को ही अपने देश में अनिश्चितकाल के लिए बैन कर दिया। जैसे ही सरकार ने ये फैसला लिया। बता दें कि नाइजीरिया में भी ये ट्विटर काफी मशहूर था। यहां पर चार करोड़ के करीब यूजर इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट का यूज करते थे।
ट्विटर की जगह लेगा कू?
हालांकि इस पूरे घटनाक्रम से भारतीय ऐप Koo की बल्ले-बल्ले हो गई है, क्योंकि Koo ने अब नाइजीरिया में भी एंट्री ले ली। कू के CEO अप्रमेय राधाकृष्ण ने बताया कि ये माइक्रोब्लागिंग साइट अब नाइजीरिया में भी उपलब्ध है। हमारे लिए यहां मौका हैं। हम ऐफ में नाइजीरिया की स्थानीय भाषाएं जोड़ने की कोशिशों में हैं। साथ में कू अपने ऑपरेशन वाले देशों में स्थानीय कानूनों का पालन करने के लिए भी तैयार है।
नाइजीरिया द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है कि जब नाइजीरिया ट्विटर की ‘मनमानी’ के खिलाफ इस तरह के कदम उठा सकता है, तो भारत क्यों नहीं? भारत सरकार और ट्विटर के बीच इस वक्त काफी तनातनी बनी हुई है। वैसे आपको बता दें कि IT रूल्स नहीं मानने को लेकर भारत सरकार की तरफ से ट्विटर को आखिरी नोटिस भी भेजा जा चुका है। सरकार ने ट्विटर को ये साफ कर दिया है कि अगर ट्विटर नियम नहीं मानता, तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। देखना होगा कि भारत सरकार और ट्विटर के बीच जारी ये टकराव आगे जाकर क्या मोड़ लेता है?