अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) में आतंकियों ने गुरुद्वारा (Gurdwara) कार्ते परवान पर एक बड़ा आतंकी हमला (Terror Attack) कर दिया है। जिससे पूरे काबुल में लोगो के बीच दहशत का माहौल है। इस बड़े हमले में गुरूद्वारे के एक मुस्लिम गार्ड की मौत हो गई है। बता दें, जब आतंकियों ने हमला किया तो कम से कम 25-30 अफगान हिंदू और सिख सुबह की प्रार्थना के लिए गुरुद्वारे के अंदर मौजूद थे। इनमें से कम से कम 10-15 लोग मौके से निकलने में सफल रहे। जबकि बाकी लोग गुरुद्वारे के अंदर लड़ाई में फंसे हुए हैं। हथियारबंद आतंकियों ने कई बम विस्फोट किए और कई गोलियां बरसाई।
सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे तालिबानी फोर्स ने इलाके में प्रवेश रोक दिया है। रिपोर्ट के अनुसार परिसर के अंदर दो विस्फोट हुए और गुरुद्वारा से सटी कुछ दुकानों में आग लग गई। माना जा रहा है कि कम से कम 2 हमलावर (Gurdwara) परिसर के अंदर हैं और तालिबानी लड़ाके उन्हें जिंदा पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
कब हुआ आतंकी हमला?
सूत्रों के मुताबिक ये आतंकी हमला (Terror Attack) शनिवार सुबह 6 बजे हुआ है। (Kabul) से मिल रही सूचना के मुताबिक फिलहाल गुरुद्वारा अब आतंकियों के कब्जे में है। इस हमले में एक शख्स की मौत हुई है और दो लोग घायल हैं। हमले में मारे गए शख्स के बारे में सूचना मिल रही है कि वह गुरुद्वारे का गार्ड है। इस हमले में ISIS के आतंकियों के शामिल होने का संदेह है, भारत सरकार हालात पर नजर रखे हुए है। अफगानिस्तान में गुरुद्वारे पर आतंकी हमले को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ‘हम काबुल में एक पवित्र गुरुद्वारे पर हुए हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और घटना के बारे में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं’।
गुरुद्वारा अध्यक्ष गुरनाम सिंह का बयान
गुरुद्वारा अध्यक्ष गुरनाम सिंह के हवाले से यह खबर मिली है कि बंदूकधारियों ने अचानक गुरुद्वारे पर धावा बोला और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। कुछ लोग जान बचाने के लिए इमारत की दूसरी तरफ छिपे हुए हैं। वहीं कम से कम 25 लोग गुरुद्वारा के अंदर फंस गए हैं। ताजा जानकारी के अनुसार गुरुद्वारा के मुस्लिम गार्ड की मौत हो गई है जबकि दो अस्पताल में भर्ती हैं।
भारत के विदेश मंत्री ने हमले की निंदा की
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सभी से गुरुद्वारे पर हुए हमले की निंदा करने का आग्रह किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि ‘गुरुद्वारा करते परवान पर हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है’।
PM मोदी से की गई है गुरुद्वारे की सुरक्षा की मांग
इंडिया वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया था कि ‘हथियारबंद तालिबानी अधिकारी गुरुद्वारे में दाखिल हुए थे। इस हमले के बाद मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्रालय से मामले में दखल देने की अपील की गई थी’। उन्होंने मांग की थी कि ‘अफगानिस्तान में हिंदू और सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए’।
आतंकियों के निशाने पर रहा है यह गुरुद्वारा
अफगान मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले के दौरान काफी देर तक गोलीबारी हुई है और विस्फोट भी हुए हैं। तालिबानी सुरक्षा बलों ने हमले पर कोई टिप्पणी नहीं है। इस गुरुद्वारे के आसपास बड़ी संख्या में सिख लोग रहते हैं। इससे पहले भी इस गुरुद्वारे पर कई बार भीषण हमले हो चुके हैं। तालिबान ने पिछले दिनों दावा किया था कि उसने गुरुद्वारा कार्ते परवान पर हमला करने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है।