हॉलीवुड के फेमस सिंगर जस्टिन बीबर ने एक वीडियो जारी कर फैंस को खबर दी है कि उन्हें फेस पर पैरालिसिस हो गया है। जस्टिन ने बताया कि वे Ramsay Hunt syndrome के शिकार हो गए हैं। ये खबर मिलते ही फैंस काफी उदास और चिंतिंत है।
दरअसल, जस्टिस बीबर ने अपने Ramsay Hunt syndrome के शिकार होने की जानकारी इंस्टाग्राम पर दी है। उन्होंने बताया कि उनके आधे चेहरे पर पैरालिसिस हो चुका है। जिसकी वजह से उनकी एक आंख ने झपकना बंद कर दिया है। इसके अलावा एक साइड से जस्टिन स्माइल भी नहीं कर पा रहे है। उनके आधे चेहरे पर किसी भी तरह की एक्टिविटी नहीं हो रही है। इस बात की जानकारी देते हुए जस्टिन बीबर ने फैंस से दुआ करने का अनुरोध किया है।
जस्टिन बीबर ने Ramsay Hunt Syndrome से पीड़ित होने की दी जानकारी
जस्टिन बीबर ने अपनी इस बीमारी के चलते सभी कॉन्सर्ट भी कैंसल कर दिए है। वे अपने शरीर को आराम देने के लिए छुट्टियों पर चले गए है। जस्टिन ने इंस्टाग्राम पर भी एक वीडियो साझा कर कहा कि ‘रामसे हंट सिंड्रोम बीमारी मुझे एक वायरस के कारण हुई है। जो कि मेरे काम और मेरे चेहरे की नसों पर अटैक कर रहा है। इसकी वजह से मेरे चेहरे के एक तरफ पूरी तरह से पेरालिसिस हो गया है। आप ये देख सकते है कि मेरी एक आंख झपक ही नहीं रही है। इस तरफ से मैं स्माइल नहीं कर सकता हूं। इसके अलावा इस तरफ की मेरी नाक भी नहीं हिल रही है।’ जैसे ही जस्टिन बीबर को उनके चहिते सिंगर के बारे में पता लगा, फैंस उनकी सलामती की दुंआ करने में लगे हुए है।
इस बीमारी को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि रामसे हंट सिंड्रोम तंत्रिका से जुड़ी बीमारी है। इस बीमारी से ग्रसित शख्स के चेहरे पर चकत्ते निकल आते हैं। इसके अलावा शख्स को पैरालिसिस भी हो सकता है। जिसके कारण पीड़ित शख्स को सुनाई भी कम देने लगता है।
रामसे हंट सिंड्रोम क्या है, इसके लक्षण क्या है साथ ही इसके उपचार क्या है, आइए बताते है-
रामसे हंट सिंड्रोम क्या और कैसे होता है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक चिकन पॉक्स के वायरस से ही Ramsay Hunt syndrome की बीमारी भी होती है। जब वेरिसेला जोस्टर वायरस दिमाग के नस को संक्रमित करता है, तब Ramsay Hunt syndrome से शख्स संक्रमित हो जाता है। जिसके बाद इस बीमारी के कारण पीड़ित शख्स के चेहरे और कान के आसपास चकत्ते आने लगते हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और सलाह लें। साथ ही इसका उपचार कराए। एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि इस बीमारी को लेकर लापरवाही न करें नहीं तो ये खतरनाक साबित हो सकता है।
रामसे हंट सिंड्रोम के लक्षण
-चेहरे पर चकत्ते आना
-एक कान से सुनाई न देना
-आंखों में सूखापन
-कान के पर्दे पर रैशे आना
-चेहरे का एक तरफ लटकना
रामसे हंट सिंड्रोम के उपचार
रामसे हंट सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति को तुंरत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर इसके उपचार के लिए प्राथमिक स्तर पर दर्द निवारक दवाइयां देते हैं। जिसके बाद दवाईयों को लेने पर चक्कर आने जैसी कई समस्या में आराम मिलता है। डॉक्टरों और एकस्पर्ट्स के अनुसार बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को स्वस्थ होने के लिए उपचार अनिवार्य है। इसके लिए अगर मामूली लक्षण दिखे तो तुरंत ही इलाज करवाएं।