john f kennedy murder mystery solved: 22 नवम्बर 1963 का दिन था, मौसम साफ था, हल्की धूप थी लेकिन टेक्साक के डलास शहर की सड़कों पर एक त्यौहार जैसा महौल था। कारण था अमेरिका के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति ज़ॉन एफ कैनेडी की रैली। अपनी ऑपन कार से कैनेडी टैक्सास में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए लोगों को संबोधित करते हुए रैली कर रहे थे। सड़को पर उन्हें देखने के लिए लोगों का हूजूम लगा था, लेकिन कुछ ही पल में ये त्यौहार मातम में बदल गया। चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई थी। जिसका कारण था टैक्सास लाइब्रैरी की खिड़की से ताबड़ तोड़ चली 3 गोलियां। जॉन कैनेडी के सर को भेदते हुए 2 गोलियां पार हो गई और एक गोली लगी उनके गले में। वो ओपन कार में ही पास बैठी अपनी पत्नी जैक्लिन कैनेडी की गोद में जा गिरे। अमेरिका के सबसे लोकप्रिय नेता की हत्या महज 43 साल की उम्र में कर दी गई।
वहीं अब इस कहानी के दूसरे हिस्से में चलते है। जहां वॉशिंगटन में एक पूर्व एजेंट के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई थी। उसके चेहरे पर मौत का खौफ था, और वो न्यूजर्सी में अपने एक दोस्त से चोरी छिपे मिलने के बाद केवल एक ही बात बार बार दोहरा रहा था, CIA के एक गुप्त गिरोह ने जॉन एफ कैनेडी को मार दिया है और अब वो उसे भी मार देंगे। लेकिन सवाल ये है कि आखिर कैनेडी की हत्या का उस ऐजेंट से क्या लेना देना था। आखिर कौन था वो ऐजेंट, जिसे कैनेडी की हत्या के बारे कुछ तो ऐसा पता था, जिसके लिए उसकी हत्या होने का दावा किया गया था। क्यों की गई थी कैनेडी की हत्या और किसने दिया था इस हत्याकांड को अंजाम। आखिर ऐसा क्या किया था कैनेडी ने… और क्या रिश्ता था कैनेडी का उस एजेंट से…सबकुछ जानेंगे इस खबर में।
कैनेडी के बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल
जॉन एफ कैनेडी के पिता जोसेफ पी कैनेडी अमेरिका के जाने माने नेता थे। कैनेडी अपने माता पिता की दूसरी संतान थे और अपने बड़े भाई की मौत के बाद उन्हें राजनीतिक सत्ता विरासत में मिली थी। 20 जनवरी 1961 को कैनेडी ने बतौर अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। कैनेडी अमेरिका के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति थे। उस दैरान क्यूबा में निर्वासितों की सेना ने क्यूबा में विद्रोह का नेतृत्व करने के बजाए क्यूबा पर कब्जा करने की घटना से अमेरिकी राष्ट्रपति का 1961 में रूसी नेता निकिता खुरुसचेव के साथ आपसी टकराव हो गया जिस कारण बर्लिन की दीवार खड़ी हो गई। ये बात यहीं नहीं रुकी क्यूबा में रूसी समर्थन और निर्वासितों के कब्जे से अमेरिका के साथ उनके रिश्तें खराब हो गए थे। ऐसा कहा जाता है कि अमेरिकी और रूसी माफियाओं का काफी पैसा क्यूबा में लगा था, लेकिन क्यूबा से खराब रिश्तों के कारण मफियाओं को काफी नुकसान हुआ था. जो एक बड़ा कारण माना गया कैनेडी की हत्या के लिए।
और पढ़े: पाक आर्मी चीफ़ ने भारत के खिलाफ उगला जहर, हिंदुओं और कश्मीर के खिलाफ बड़ी साजिश.
कौन था कैनेडी का हत्यारा
कैनेडी अपनी ओपन कार से अपनी पत्नी और तत्कालिक गवर्नर जॉन कोनली अपनी पत्नी के साथ थे। 10 किलोमीटर के इस रैली में कैनेडी का काफिला टैक्सास के डलास में टेक्सास स्कूल बुक डिपोजिटरी बिल्डिंग के पास से गुजर रही थी कि तभी बिल्डिंग के छठी मंजिल से ताबड़तोड़ 3 गोलियां चली थी। कैनेडी पर गोली चलने के तुरंत बाद पुलिस वाले उस डिपोजिटरी बिल्डिंग की तऱफ भागे, लेकिन तब तक कातिल फरार हो गया था। ये कातिल था ली हार्वी ओसवाल्ड। उस दिन हार्वी ने केवल कैनेडी की हत्या नहीं की थी बल्कि फरार होने के दौरान उसने एक पुलिसवाले की भी गोली मारकर हत्या की और पास ही के एक थियेटर में मूवी देखने चला गया। चश्मदीदों के बयान के बाद हार्वी को घटना के 70 मिनट बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में पता चला कि हार्वी अमेरिकी सेना से निकाला हुआ था। 1962 में वो सोवियत संघ से अपनी पत्नी और नवजात बेटी के साथ अमेरिका लौटा था। हार्वी ने 1963 में हार्वी टेक्सास स्कूल बुक डिपोजिटरी बिल्डिंग में नौकरी करने लगा था। इस दौरान उसने दूरबीन वाली राइफल और .38 रिवॉल्वर खरीदी थी। अप्रैल 1963 में हार्वी ने न्यू ऑरलियंस में कास्त्रों समर्थन संगठन का निर्माण किया था जो कि फेयर प्ले कमेटी औफ क्यूबा की एक शाखा के रूप में स्थापित की गई थी।
कैनेडी की हत्या से पहले हार्वी ने अमेरिकी सेना जनरल एडविन वॉकर की भी गोली मार कर हत्या की थी। कहा जाता है कि हार्वी की क्यूबा के फिदेल कास्त्रों से भी पहचान थी। 23 नवम्बर को कैनेडी की हत्या के बाद हार्वी की गिरफ्तारी हुई। जहां से उसे काउंटी जेल ले जाते समय कैनेडी के एक समर्थक जैक रूबी ने गोली मार कर हार्वी की हत्या कर दी थी। जैक रूबी ने हत्या को केवल आवेश में आकर उठाया गया कदम बताया था। हालांकि रूबी भी 13 जनवरी 1967 के दिन फैफड़े के कैंसर से मारा गया।
कैनेडी और अंडरहिल का कनेक्शन
कैनेडी की हत्या के बाद जे. गैरेट अंडरहिल का नाम तेजी से उछला था। अंडरहिल के बारे में बताया गया कि वो सेकेंड वलर्ड वॉर के दौरान बतौर खुफिया ऐजेंट काम कर रहा था। उसने दावा किया था कि कैनेडी की हत्या के पीछे CIA यानि की (Central Intelligence Agency of united state) में मौजूद एक गिरोह का हाथ था, क्योंकि CIA के कुछ माफिया गिरोह ने 1961 में क्यूबा में तख्तापलट करने की कोशिश की थी इस दैरान उनका और क्यूबा के माफियाओं का काफी पैसा लगा था, लकिन ये तख्तापलट नहीं हो सकता, जिसके कारण उन्हें काफी ज्यादा नुकसान हुआ था। इसके बाद कैनेडी ने CIA की शक्तियों को भी कम करने की दिशा में काम शुरु कर दिया था जो CIA के कुछ गिरोह को नागावार गुजरा। अंडरहिल खुद CIA के लिए काम कर चुका था इसलिए उसके पास कुछ तो ऐसी जानकारी थी जिसके कारण उसे अपनी हत्या होने का डर सताने लगा था। 3 मई 1964 को वाशिंगटन में अपने एक अपार्टमेंट में अंडरहिल मृत पाया गया था। उसके सिर पर गोली लगी थी, पुलिस ने उसे आत्महत्या करार दिया था, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अंडरहिल के बाए साइड के सिर पर गोली लगी थी और रिपॉल्वर भी बायें हाथ में थी, जबकि उसके करीबी लोगो की माने तो अंडरहिल लेफ्टी नहीं बल्कि राइटी था, इसलिए ये हत्या हुई या आत्महत्या.. इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
और पढ़े: ब्राजीलियाई न्यायाधीश एलेक्जेंडर से भिड़े एलन मस्क, पूर्व जज ने भी दिया एलन का साथ.
62 साल बाद उठा पर्दा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कैनेडी की हत्या को लेकर पहली बार 80 हजार पेज के दस्तावेज सांझा किए है। जिसका कारण है कैनेडी के भतीजे और हेल्थ मिनिस्टर रॉबर्ट कैनेडी। रॉबर्ट कैनेडी ने जॉन एफ कैनेडी की हत्या को लेकर सबी जानकारी को सांझा करने की मांग की, जिसके दवाब में ही ट्रंप ने इतने बड़े रहस्य से पर्दा उठाया है। कैनेडी की हत्या के इतने सालों में ट्रंप के इस खुलासे के बाद CIA में खलबली मच गई है। ऐसे में देखना ये होगा कि ट्रंप के इस कदम का अमेरिकी राजनीति और CIA पर क्या असर होता है।