बॉडी बिल्डर जोगिंदर सिंह सलूजा ने ओपन चैंपियनशिप 2022 में जीत हासिल की है। उन्होंने इस मौके पर सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये इस बात की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि जिंदगी में आई कई बाधाओं और मुश्किलों के बाद मैंने ओपन चैंपियनशिप 2022 जीती है।
दिल्ली के रहने वाले बॉडी बिल्डर जोगिंदर सिंह सलूजा ने बड़ी ही मुश्किलों को पार कर कड़ी मेहनत के बाद जीत दर्ज की है। उन्होंने ओपन चैंपियनशिप 2022 में अपनी जीत का झंडा गाड़ा है। अपनी जीत की जानकारी उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिये दी। जोगिंदर सिंह ने पोस्ट कर लिखा- आप सभी को बताना चाहता हूं कि कई लोग मुझसे ये मौका हथियाना चाहते थे, जिसकी उन्होंने खूब कोशिश की। ऐसी बहुत सारी बाधाओं और विवादों को झेलने के बाद भी मैंने पैरापैन अमेरिकन-ओपन चैंपियनशिप 2022 (Parapan American US Open Championship 2022) जीता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं एक दिन सही समय आने पर उन नफरत करने वालों को जवाब जरूर दूंगा। लेकिन फिलहाल मेरी ये जीत उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका है, जिन्होंने मुझे रोकने की जी तोड़ कोशिश की लेकिन नाकामयाब रहे।
वहीं जोगिंदर सिंह सलूजा ने अपनी जीत का श्रेय अपने देश, अपनी मां और अपने गुरुजी को दिया है। उन्होंने आगे लिखा कि मैं अपनी जीत को अपने देश, परिवार, मां जसवंत कौर और गुरु जी सोम तुगनैत और पिता को समर्पित करना चाहता हूं।
जोगिंदर सिंह ने सभी से उनपर आशीर्वाद बनाए रखने की अपील की। उन्होंने आगे लिखा कि मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इसी तरह आशीर्वाद देते रहें ताकि मैं भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन कर सकूं और अपने देश को और गौरव दिला सकूं।
दिल्ली के रहने वाले जोगिंदर सिंह सलूजा को जन्म के नौ महीने बाद ही पोलियो हो गया था। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मजबूत ईरादे से उन्होंने कई कामयाबी हासिल की। वे महज 15 साल की उम्र में मिस्टर दिल्ली का खिताब भी अपने नाम कर चुके है। जबकि 16 साल की उम्र में बॉडी बिल्डिंग में मिस्टर इंडिया का खिताब हासिल किया। वहीं 18 साल में दूसरी बार वे मिस्टर इंडिया बने। इसके अलावा वे 2004 से 2014 तक पैरा पावर लिफ्टिंग में नेशनल चैंपियन भी रहे। इसके अलावा वे में पावर लिफ्टिंग की वर्ल्ड रैकिंग में 28वें पायदान पर भी रह चुके है।
बता दें कि जोगिंदर सिंह सलूजा का जीवन संघर्षों से भरा रहा। उनके जीवन में उतार-चढ़ाव आए लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। वे अपनी लगन और कोशिशों से सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए। आज की तारीख में जोगिंदर कई जिम भी चलाते है। साथ ही गरीबों और दिव्यांगों को फ्री में जिम की सुविधा देते है। वे स्पेशल लोगों की मदद भी कर रहे है। उनके इस जज्बें और मेहनत को पूरी दुनिया सलाम कर रही है।
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