चीन के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल और अलीबाब ग्रुप के मालिक जैक मा अक्टूबर महीने से ही गायब बताए जा रहे थे। दरअसल, पिछले साल ही अक्टूबर महीने में जैक मा का चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद हुआ था। इसके बाद ये दावे किए जाने लगे कि चीनी सरकार ने जैक मा को गायब कर दिया। हालांकि अक्टूबर के बाद अब पहली बार जैक मा आखिरकार दुनिया के सामने आ गए हैं।
ग्लोबल टाइम्स ने जारी की वीडियो
दरअसल, जैक मा के गायब होने की खबरों के बीच दुनिया के बढ़ते दबाव के बाद चीनी सरकार के भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने जैक मा का एक वीडियो जारी किया। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक बुधवार को जैक मा ने चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान उन्होनें शिक्षकों से कहा कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद हम दोबारा मिलेंगे।
ग्लोबल टाइम्स ने जैक मा को इंग्लिश टीचर से एंटरप्रेन्योर बनने वाला बताया। इस दौरान जैक मा ने परिजय के दौरान अलबीबा का जिक्र भी नहीं किया, जिसकी स्थापना उन्होनें खुद की। चीन में ऐसी अफवाहें लगातार उड़ रही हैं कि जैक मा की अलीबाबा कंपनी को चीनी सरकार अपने नियंत्रण में ले सकती हैं। आइए आपको बताते हैं कि जैक मा का चीनी सरकार के साथ क्या विवाद हुआ था, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ी और फिर वो दो महीनों तक गायब बताए जाने लगे।
क्या हुआ था चीनी सरकार के साथ विवाद?
दरअसल, शंघाई में आयोजित एक कार्यक्रम में जैक मा ने चीनी सरकार की आलोचना की थीं। चीनी सरकार से अपील करते हुए जैक मा ने कहा था कि सिस्टम में ऐसा बदलाव हो जिससे बिजनेस में नई चीजें शुरू करने की कोशिश को दबाने का प्रयास ना हो। उन्होंने तो वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों का क्लब’ करार दिया था।
उनका ये भाषण चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी को पसंद नहीं आया और वो इस पर काफी भड़क भी गई। इसके बाद जैक मा की कंपनियों को टारगेट करना शुरू कर दिया गया। इस बयान के बाद जैक मा की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गई। नवंबर में चीन के अधिकारियों ने जैक मा को बड़ा झटका दिया। उन्होनें जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO को निलंबित कर दिया था। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ये आदेश दिया था।
इसके अलावा जैक मा से ये भी कहा गया था कि वो तब तक चीन से बाहर ना जाएं, जब तक अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ जांच चल रही है। इसके बाद जैक अपने टीवी शो से नवंबर के फाइनल से ठीक पहले गायब हो गए। वो दो महीनों तक किसी भी सार्वजनिक जगह पर दिखाई नहीं दिए। गायब होने की खबरों के बीच वो पहली बार नजर आए, लेकिन अभी भी सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ही।
चीन से कई बिजनेसमैन हुए इस तरह गायब
वैसे जैक मा ऐसे पहले शख्स नहीं, जो चीनी सरकार की आलोचना करने के बाद इस तरह मुश्किलों में पड़ गए हो। मार्च में एक प्रॉपटी बिजनेसमैन रेन झिकियांग ने कोरोना महामारी से गलत तरीके से निपटने के लिए चीनी राष्ट्रपति को जोकर तक कह डाला था। जिसके बाद वो भी गायब हो गए। गायब होने के 6 महीनों बाद उन्होनें ‘अपनी मर्जी से और सच्चाई के साथ’ भ्रष्टाचार के अलग-अलग अपराध कबूल किए और उनको 18 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
चीन से पहले भी कई अरबपतियों के गायब होने के मामले सामने आ चुके हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में चीन के कई अरबपति गायब हुए थे। हालांकि इनमें से कुछ दोबारा दिखाई भी दिए। जिन्होनें बताया कि वो अधिकारियों की मदद कर रहे थे। लेकिन इस दौरान गायब हुए कुछ अरबपति ऐसे भी थे, जो कभी नहीं लौटे।