ईरान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। शनिवार देर रात ईरान ने इजराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से बड़े पैमाने पर हमला किया। इस हमले से पूरी दुनिया अलर्ट पर है। दावा किया जा रहा है कि ईरान ने 150 क्रूज मिसाइलों और 200 ड्रोन से इजरायल पर हमला किया है। वहीं, ईरान को भी इजराइल के पलटवार का डर है, जिसके चलते उसने दूसरे देशों को धमकी दी है। ईरान ने कहा है कि अगर कोई भी देश इजरायल को अपना एयरस्पेस हमले के लिए देगा तो ईरान उसे भी निशाना बनाएगा।
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ईरान का ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’
इजरायली पर हुए इस हमले को ईरान ने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’ (Operation True Promise) कोडनेम दिया है। ईरान का कहना है कि उसने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस’ इसलिए कोडनेम दिया है ताकि वो अपने दोस्तों और दुश्मनों को बता सके कि वो जो भी कहता है उस पर अमल करता है। ईरान का कहना है कि यह हमला इजरायल के अपराधों की सजा है। दरअसल, सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले में ईरानी सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। हमले का आरोप इजराइल पर लगा, हालांकि उसने इसे मानने से इनकार कर दिया। ईरान ने धमकी दी थी कि वह बदला लेगा। अमेरिका ने ये भी कहा था कि ईरान जल्द से जल्द हमला कर सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सेना इजरायल को निशाना बनाकर लॉन्च किए गए ईरानी ड्रोन को मार गिरा रही है। इजराइल का आयरन डॉन डिफेंस सिस्टम भी सक्रिय हो गया है, जो ज्यादातर हमलों को नाकाम कर रहा है।
अलर्ट पर अमेरिका
अमेरिका और इजराइल को हमले की आशंका थी। अमेरिकी सेना पहले से ही अलर्ट पर थी। उसने इज़राइल की सुरक्षा के लिए अपने दो युद्धपोत भेजे थे। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने सुरक्षा अधिकारियों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने नेतन्याहू से फोन पर बात की है। बाइडन ने इज़राइल की सुरक्षा के लिए समर्थन की पुष्टि की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और फ्रांस सभी ने हमले की निंदा की। हमले के बाद, मिस्र, सऊदी अरब, स्पेन और पुर्तगाल ने गहरी चिंता व्यक्त की और संयम का अनुरोध किया।
भारत ने जताई चिंता
भारत ने इजराइल पर ईरान के हमले को लेकर गंभीर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ‘हम इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती दुश्मनी से बेहद चिंतित हैं। इससे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है। हम शीघ्र तनाव कम करने, विवेकशीलता और कूटनीति में वापसी की मांग करते हैं। हम वर्तमान स्थिति पर सक्रिय रूप से नजर रख रहे हैं। हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं।’