Iran Nuclear Bomb: अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि ईरान अब परमाणु बम बनाने के बेहद करीब पहुंच चुका है। ग्रॉसी के मुताबिक, “ईरान के पास अब सभी ‘टुकड़े’ मौजूद हैं और वह कभी भी इन्हें जोड़कर परमाणु बम बना सकता है।” IAEA की इस चेतावनी के बाद दुनिया भर में चिंता की लहर दौड़ गई है। विशेष रूप से अमेरिका, सऊदी अरब और अन्य पश्चिमी देशों में यह बयान चिंता का कारण बन गया है।
सऊदी अरब में बढ़ी चिंता– Iran Nuclear Bomb
IAEA के इस खुलासे के बाद सऊदी अरब में सियासी हलचल तेज हो गई है। 2018 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने यह बयान दिया था कि यदि ईरान परमाणु बम बनाता है, तो सऊदी अरब को भी उसी दिशा में कदम उठाना होगा। क्राउन प्रिंस ने CBS न्यूज़ से बातचीत में कहा था, “सऊदी अरब परमाणु हथियार नहीं चाहता, लेकिन यदि ईरान बम बनाता है, तो हमें भी वही करना होगा।” इसके बाद 2022 और 2023 में भी उन्होंने इस बयान को दोहराया। सितंबर 2023 में Fox News को दिए इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा था, “अगर ईरान बम बनाता है, तो हमें भी परमाणु हथियार विकसित करने होंगे।”
IAEA की चेतावनी और अमेरिका का रुख
IAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में चिंता जताते हुए कहा कि 2015 में हुए ईरान न्यूक्लियर डील (JCPOA) के टूटने के बाद से ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को तेज कर दिया है। 2018 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस डील से अमेरिका को बाहर कर लिया था, जिसके बाद ईरान ने अपने युरेनियम संवर्धन को इस स्तर तक बढ़ा लिया है, जिससे बम बनाना संभव हो सकता है। अब इस स्थिति में ईरान का परमाणु हथियार बनाना एक गंभीर वैश्विक सुरक्षा चुनौती बन गया है।
मिडिल ईस्ट में बढ़ सकती है परमाणु होड़
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ईरान सच में परमाणु हथियार बनाता है, तो मिडिल ईस्ट में परमाणु हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। सऊदी अरब के अलावा, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), मिस्र और तुर्की जैसे देशों में भी परमाणु हथियारों को लेकर नीतियों में बदलाव हो सकता है। IAEA की इस रिपोर्ट ने वैश्विक ताकतों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, और अब सभी की निगाहें तेहरान में होने वाली आगामी बैठक पर टिकी हैं।
राफेल ग्रॉसी का तेहरान दौरा
IAEA के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने यह भी घोषणा की कि वह जल्द ही ईरान की राजधानी तेहरान का दौरा करेंगे। इस दौरान वे ईरानी अधिकारियों के साथ हालिया परमाणु गतिविधियों पर बातचीत करेंगे। उनका यह दौरा इस मुद्दे पर वैश्विक सुरक्षा और शांति के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
आईएईए की चेतावनी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर एक नई दिशा में सोचने पर मजबूर कर दिया है। अब इस बात पर वैश्विक समुदाय की नजरें हैं कि क्या ईरान परमाणु हथियार विकसित करेगा, और यदि ऐसा होता है, तो मिडिल ईस्ट में इसके क्या परिणाम होंगे।
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