Indians Deported From USA: भारत में एक बार फिर ‘डंकी रूट’ शब्द चर्चा में आ गया है, जब 104 भारतीयों को अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेज दिया गया। ये लोग अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने की कोशिश कर रहे थे। डंकी रूट एक खतरनाक और अवैध मार्ग है, जिसका इस्तेमाल भारत से अमेरिका पहुंचने के लिए किया जाता है। इस रास्ते को पार करते समय लोग न सिर्फ अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं, बल्कि उन्हें कई देशों की सीमाएं पार करनी होती हैं और कई प्रकार की मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है।
डंकी रूट के मार्ग और उनकी समस्याएं- Indians Deported From USA
डंकी रूट के माध्यम से अमेरिका पहुंचने के कई मार्ग होते हैं, जिनमें से सबसे सामान्य मार्ग कनाडा व मेक्सिको होते हैं। इसके अलावा, कुछ लोग तुर्की, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के रास्ते से भी अमेरिका जाने का प्रयास करते हैं। इन रास्तों पर यात्रा करने के लिए प्रवासियों को 70 से 80 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं। इस यात्रा के दौरान, उन्हें न केवल अत्यधिक शारीरिक कष्ट झेलने पड़ते हैं, बल्कि कई बार उन्हें जान का भी खतरा होता है।
रास्ते की खतरनाक स्थिति
इन डंकी रूट्स के माध्यम से जाने के लिए लोग बिना किसी वीजा के यात्रा करते हैं। कई बार वे जंगलों, पहाड़ों और समुद्रों के रास्ते यात्रा करते हैं। रास्ते में बर्फीले इलाकों और खतरनाक जंगलों से गुजरते हुए उन्हें भुखमरी, बीमारी और यहां तक कि मौत का भी सामना करना पड़ता है। कई बार इस यात्रा के दौरान लोग रास्ते में ही मर जाते हैं, और उनके शव को किसी भी सम्मान के बिना छोड़ दिया जाता है। इसी तरह की एक कहानी हरियाणा के प्रदीप और आकाश की है, जो डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन बाद में उन्हें डिपोर्ट कर दिया गया।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
डंकी रूट पर जाने के लिए प्रवासियों के परिवारों को भारी कर्ज भी उठाना पड़ता है। उदाहरण के लिए, हरियाणा के आकाश के परिवार ने उन्हें अमेरिका भेजने के लिए अपनी ज़मीन बेच दी थी और 72 लाख रुपये खर्च किए थे। इसी तरह के कई मामलों में, लोग अपनी ज़मीन बेचकर या बैंक से लोन लेकर इस अवैध रास्ते का चयन करते हैं। लेकिन डंकी रूट के माध्यम से अमेरिका पहुंचने के बाद, उन्हें केवल निराशा ही हाथ लगती है, क्योंकि कई बार वे डिपोर्ट हो जाते हैं।
डंकी रूट का इतिहास और असलियत
डंकी रूट शब्द पंजाब के ‘डुंकी’ शब्द से आया है, जिसका अर्थ होता है एक जगह से दूसरी जगह कूदना। इस रूट पर यात्रा करने के लिए लोग विभिन्न देशों की सीमाएं पार करते हैं और उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यात्रा के दौरान, उन्हें ट्रकों, विमानों, नावों या पैदल चलकर कई देशों से गुजरना पड़ता है। इस अवैध रास्ते का चुनाव करने वाले लोग पूरी तरह से जान जोखिम में डालते हैं, क्योंकि इन्हें पकड़ने पर कठोर सजा हो सकती है।
इस प्रकार के अवैध मार्गों से यात्रा करने का खतरा न केवल व्यक्तिगत जीवन के लिए है, बल्कि यह एक समाजिक मुद्दा भी बन गया है। लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी इस रूट पर यात्रा करने वाले लोग अंत में निराश होकर अपने घर वापस लौट आते हैं। ऐसे में सरकार को इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों को इस प्रकार के रास्तों पर जाने से बचाया जा सके और उनके लिए वैध रोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें।