Indian deportation Video: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए, जिनमें भारतीय प्रवासियों को उनके मूल देश भेजने की घटनाएं प्रमुख रही हैं। ट्रंप ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ सख्त नीति अपनाई और इसके तहत भारत सहित कई देशों के प्रवासियों को वापस भेजा गया।
भारतीय प्रवासियों की वापसी: तीन विशेष विमान अमृतसर पहुंचे– Indian deportation Video
अमेरिका से अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों का पहला विमान 5 फरवरी को अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा। यह मिलिट्री विमान C-147 था, जिसमें कुल 104 भारतीय सवार थे, जिनमें 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल थीं। इन सभी को मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़ा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये प्रवासी भारत से वैध तरीके से रवाना हुए थे, लेकिन ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी।
पहले विमान में पंजाब से 30, हरियाणा से 33, गुजरात से 33, महाराष्ट्र से 3, उत्तर प्रदेश के 3 और चंडीगढ़ के 2 लोग शामिल थे। यह विमान अमेरिकी सैन्यअड्डे से टेक्सास के पास से उड़ान भरकर अमृतसर पहुंचा।
दूसरा और तीसरा जत्था: 15 और 16 फरवरी को भारत वापसी
15 फरवरी को दूसरा विशेष विमान 120 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। इनमें से 60 से अधिक पंजाब और 30 से अधिक हरियाणा के थे, जबकि अन्य प्रवासी गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के थे।
इसके अगले दिन 16 फरवरी को तीसरा विमान भी अमृतसर पहुंचा, जिसमें 112 अवैध भारतीय प्रवासी सवार थे। ट्रंप प्रशासन द्वारा यह तीसरी बड़ी कार्रवाई थी, जिसमें भारतीय प्रवासियों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया।
हथकड़ियों में भारतीय प्रवासियों का वीडियो: विवादों में घिरा
इन घटनाओं के बाद व्हाइट हाउस ने एक 41 सेकंड का वीडियो जारी किया, जिसमें अवैध प्रवासियों को हथकड़ियों में बंधा हुआ दिखाया गया। वीडियो में दिखाया गया कि कैसे पुलिस अधिकारी प्रवासियों को डिपोर्ट करने के लिए तैयार कर रहे हैं, उनके हाथ-पैरों में बेड़ियां लगाई जा रही हैं, और उन्हें प्लेन में चढ़ाया जा रहा है।
ASMR: Illegal Alien Deportation Flight 🔊 pic.twitter.com/O6L1iYt9b4
— The White House (@WhiteHouse) February 18, 2025
हालांकि, वीडियो में प्रवासियों के चेहरे नहीं दिखाए गए, लेकिन उनके पैरों में बेड़ियों के साथ विमान में चढ़ने की तस्वीरें वायरल होने पर सोशल मीडिया पर आलोचना भी हुई। मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस तरह के व्यवहार को अमानवीय बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की।
अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े डिपोर्टेशन प्रोग्राम की शुरुआत की थी। इस प्रोग्राम के तहत अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों की पहचान करके उन्हें उनके मूल देश भेजने का अभियान चलाया गया।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और अमेरिका ने मिलकर लगभग 18,000 भारतीयों की पहचान की, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे। इसके तहत ट्रंप प्रशासन ने ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास में भी मिलिट्री प्लेन से अवैध प्रवासियों को उनके देश भेजा था।
भारत-अमेरिका के बीच चर्चा और कूटनीतिक पहल
पिछले हफ्ते अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की और अवैध प्रवासियों से जुड़ी समस्या पर चर्चा की। उन्होंने भारत के साथ मिलकर इस समस्या का समाधान निकालने की इच्छा जताई।