सार्वजनिक जगहों पर पुरुषों का अकेले निकलना बैन कर देना चाहिए। पुरुषों को केवल तब ही पब्लिक प्लेस पर निकलने की इजाजत दी जा चाहिए, जब उनके साथ मां, बहन या फिर पत्नी हो। ऐसा कहना है पाकिस्तान की पूर्व महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी का।
बेनजीर भुट्टो की बेटी ने कही ये बड़ी बात
दरअसल, बख्तावर भुट्टो जरदारी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जो काफी ज्यादा चर्चाओं में बना हुआ है। पाकिस्तान के जियो न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा कि पुरुषों को अकेले भीड़ में निकलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। उनके साथ उनकी बहन, मां, पत्नी या फिर बेटी होनी चाहिए। बख्तार भुट्टो जरदारी का ये बयान महिला की सुरक्षा से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
‘कोई महिला साथ होगीं तो पुरुष…’
भुट्टो का ये बयान काफी वायरल हुआ और सोशल मीडिया पर लोगों ने इसको लेकर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं भी दी। वहीं कई ने उनके बयान पर सवाल भी उठाए, जिसके बाद सफाई देते हुए भुट्टो ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से हिंसा और छेड़खानी की घटनाएं बढ़ रही हैं, उसको देखते हुए उन्होंने ये कदम उठाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता इससे बेहतर और कोई रास्ता होगा। जब पुरुषों के साथ में कोई महिला होगीं, तो वो किसी दूसरी महिला के साथ छेड़खानी करने से पहले दो बार सोचेंगे।
टिकटॉकर पर भीड़ ने बोला था हमला
दरअसल, पाकिस्तान में बीते कुछ दिनों में सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं के खिलाफ कई जघन्य अपराध की घटना सामने आई है। पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस यानी 14 अगस्त के दिन एक महिला टिकटॉकर के साथ लाहौर के ग्रेट इकबाल पार्क में भीड़ ने छेड़खानी की थी।
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार टिकटॉकर अपने साथियों के साथ मीनार-ए-पाकिस्तान पर वीडियो बना रही थीं, तब ही सैकड़ों की भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया। घटना के बाद पाकिस्तान में महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से बहन होने लगी। तब बख्तावर भुट्टो जरदारी ने घटना को भयानक बताते हुए कहा था कि इसे पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा था कि पुलिस ने मामले में मदद से मना कर दिया, जबकि वो बैकअप बुला सकती थी। भीड़ को अलग करने के लिए हथियारों का इस्तेमाल कर सकती थी। मुझे लगता है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर संवेदनशीलता में कमी है और महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिलाओं की जरूरत है।