पाकिस्तान की चीन खुल कर मदद करने लगा है और अब खबर सामने आयी है कि मैक 5 की स्पीड से हमला करने वाली अपनी डीएफ-17 हाईपर सोनिक मिसाइल चीन पाकिस्तान को देने वाला है। अमेरिकी रक्षा वैज्ञानिक कहते हैं कि अगर चीन ने पाकिस्तान को ऐसी मिसाइल दी तो पाकिस्तान की मारक क्षमता में काफी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। एस-400 के रडार सिस्टम भी डीएफ-17 के सामने फेल हैं।
रक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि किसी विवाद से बचने के लिए चीन चालबाजी कर सकता है यानी कि उत्तर कोरिया के रास्ते चीन पाकिस्तान को डीएफ-17 पहुंचा सकता है। दावा है कि चीन या तो डीएफ-17को बेच सकता है या तो पाकिस्तानी हाइपरसोनिक मिसाइल प्रोग्राम में उसी तरह से पाकिस्तान की हेल्प कर सकता है जैसे उसने उत्तर कोरिया की हेल्प की। नई हाइपरसोनिक मिसाइल का उत्तर कोरिया टेस्ट किया।
ध्वनि की 5गुना स्पीड से चीन की डीएफ-17हाइपरसोनिक मिसाइल और एस-400के रेडॉर से उसे ट्रैक कर पाना भी मुश्किल है। चीन और S-400 का इस्तेमाल भारत दोनों के द्वारा ही किया जाता है और इस S-400 में क्या कमी और क्या खूबी है ये भी चीन तो अच्छे से पता है। भारत के एस-400एयर डिफेंस सिस्टम के आने से पाकिस्तान में खौफ है। जो खुद उसके हवाई क्षेत्र में उड़ रहे विमानों को भी मारकर गिरने में सक्षम है। पाकिस्तान अपने पूरे हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल एस-400के एक्टिव रहते हुए कर ही नहीं पाएगा।
40किमी से लेकर 400किमी तक एस-400में मारक क्षमता वाली मिसाइलें लगाई गयी हैं जिनमें एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल, बम साथ ही कुछ अन्य तरह की मिसाइलों को मार डालने में काबिल है।