देश में जारी किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो चुके हैं। नए कृषि कानून को वापस लेने और MSP को लेकर पिछले साल नवंबर महीने से किसान सड़कों पर आए थे। अब तक इस विवाद को लेकर कोई भी समाधान निकल नहीं पाया है। वहीं किसान आंदोलन का मुद्दा सिर्फ देश ही नहीं विदेशों में भी सुर्खियों में आया हुआ है। कई दूसरे देशों में इसको लेकर आवाज उठ चुकी है।
पिटीशन के बाद ब्रिटेन संसद में हुई चर्चा
अब इस मुद्दे की गूंज ब्रिटिश संसद में भी सुनाई दीं। दरअसल, बीते दिन ब्रिटेन की संसद में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हुई, जो करीब 90 मिनटों पर चलीं। इस दौरान चर्चा में ये मांग की गई कि ब्रिटिश सरकार इस मुद्दे में दखल दें। लेकिन ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार की तरफ से साफ किया गया कि ये मामला भारत का आंतरिक है और विदेश की संसद में इसे नहीं उठाया जा सकता।
आपको बता दें कि किसान आंदोलन पर चर्चा के लिए ब्रिटिश संसद की एक वेबसाइट पर पिटीशन डाली गई थी। इस पिटीशन पर एक लाख से भी ज्यादा साइन आए, जिसकी वजह से ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे को लेकर बहस करनी पड़ीं।
भारतीय हाईकमीशन ने दिया ये बयान
वहीं ब्रिटेन संसद में किसान आंदोलन के मुद्दे को उठाने को लेकर भारत की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई। लंदन में मौजूद भारतीय हाईकमीशन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये सिर्फ गलत तथ्यों पर आधारित और एकतरफा बहस थी। भारतीय हाईकमीशन ने एक बयान में कहा कि ब्रिटिश संसद में बिना तथ्यों के गलत आरोपों के साथ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विषय में चर्चा की गई, जो निंदनीय है।
किसान आंदोलन और मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर उठे सवालों पर भारतीय हाईकमीशन की तरफ से कहा गया कि ब्रिटिश और दुनियाभर की मीडिया भारत के किसान आंदोलन के मुद्दे को फॉलो कर रही है, जो ये दिखाता है कि किसानों पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया जा रहा।
‘जल्द निकलेगा पॉजिटिव रिजल्ट’
वहीं ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान ब्रिटिश सरकार के मंत्री निगेल एडम्स ने कहा कि ये भारत का ‘घरेलू मामला’ है। वो बोले कि भारत-ब्रिटेन की दोस्ती काफी पुरानी है इसको लेकर ब्रिटेन के मंत्री और अधिकारी भारतीय समकक्षों से बातचीत कर रहे हैं। इस दौरान एडम्स ने उम्मीद जताई कि भारत सरकार और किसान संगठन के बीच बातचीत के जरिए इस मुद्दे को सुलझाएंगे और जल्द ही कोई पॉजिटिव रिजल्ट निकलेगा।
गौरतलब है कि किसान आंदोलन का मुद्दा कई बार विदेशों में चर्चा का विषय बना। बीते दिनों जब मशहूर इंटरनेशनल सेलिब्रिटी रिहाना ने इस मसले को लेकर ट्वीट किया, जिसके बाद काफी बवाल मचा था।