चीन अपनी हरकतों से बाज आने का नाम नहीं ले रहा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस, जिसने पूरी दुनिया का हाल बेहाल कर दिया वो चीन से ही फैलना शुरू हुआ था। चीन में दूसरे देशों से महीनों पहले ही कोरोना दस्तक दे चुका था और वहां तबाही मचा रहा था। लेकिन इस सबके बावजूद कोरोना की वैक्सीन के मामले में चीन दूसरे देशों से पिछड़ गया। जिसमें भारत भी शामिल हैं।
चीन को हो रही जलन?
भारत कोरोना वैक्सीन के मामलों में कई देशों से निकलता नजर आ रहा हैं। भारत अपने साथ साथ दूसरे देशों को भी वैक्सीन देने का काम कर रहा है। चीन भी ऐसा कर रहा है। लेकिन भारत इस मामले में चीन से आगे है। शायद यही बात चीन को रास नहीं आ रही। इस वजह से वो अब भारत की वैक्सीन पर अपनी नजर डाल रहा है। दरअसल, चीनी हैकर्स के निशान पर भारत की कोरोना वैक्सीन आ गई। हैकर्स ने भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के आईटी (IT) सिस्टम को टारगेट किया था।
हैकर्स ने भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के IT सिस्टम को हैक करने की कोशिश की थी। जानकारी के मुताबिक हैकिंग की इस कोशिश को चीन समर्थित हैकर्स के एक ग्रुप ने की थी।
भारतीय कंपनियों में सेंध लगाने की कोशिश
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने साइबर इंटेलिजेंस फर्म Cyfirma के हवाले से इसके बारे में बताया। इसमें ये बताया गया कि चीन ने दो वैक्सीन निर्माताओं के IT सिस्टम को हैक करने की कोशिश की गई। रिपोर्ट के अनुसार चीन समर्थित हैकर्स के ग्रुप ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन बनाने वाली 2 भारतीय कंपनियों के IT सिस्टम को सेंध लगाने की कोशिश की। जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक शामिल हैं। बताया गया कि इसका लक्ष्य भारत की वैक्सीन सप्लाई चेन को बाधित करना था।
गौरतलब है कि वैसे तो भारत और चीन दोनों ही दूसरे देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने रही है। भारत दुनियाभर में बिकने वाली सभी वैक्सीन की 60 फीसदी से ज्यादा उत्पादन करता है। इस वजह से चीन की मंशा भारत की कोरोना वैक्सीन सप्लाई की चेन को बाधित करने का है। इसलिए वो हैकर्स के जरिए भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के IT सिस्टम को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है।
भारत की बिजली सुविधा पर भी डाल रहा नजर
आपको बता दें कि इससे पहले हाल ही में एक स्टडी में ये भी बात सामने आई है कि चीन ने भारत की बिजली सुविधा को भी निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है। पिछले साल 12 अक्टूबर को जो मुंबई में पॉवर ग्रिड फेल होने की वजह से समस्या पैदा हुई थी, उसके पीछे भी चीन का हाथ होने का शक जताया जा रहा है।
स्टडी से खुलासा किया गया कि भारत चीन में जारी गतिरोध के बीच ही चीनी मैलवेयर भारत में बिजली सप्लाई के कंट्रोल सिस्टम में घुस चुके थे, जिसमें हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन सबस्टेशन और थर्मल पावर प्लांट भी शामिल थे। यही नहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि चीन ने तो ये भी प्लान बनाया था कि अगर भारत गलवान में दबाव बनाता है, तो वो पूरे देश को अंधेरे में डूबे देंगे।