Canada-US Trade War: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद से ही विभिन्न देशों पर टैरिफ लगाने की नीति जारी है। इस नीति के तहत अब अमेरिका के करीबी पड़ोसी कनाडा पर भी सख्त आयात शुल्क लगाया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ गया है। ट्रंप प्रशासन द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर 25% शुल्क लगाए जाने के जवाब में कनाडा ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए 20.7 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर जवाबी टैरिफ की घोषणा की है। इस कदम से दोनों देशों के आर्थिक संबंधों में नई चुनौती खड़ी हो गई है।
कनाडा की जवाबी कार्रवाई (Canada-US Trade War)
कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने बताया कि उनकी सरकार अमेरिका के स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों के अलावा कंप्यूटर, खेल के सामान और उपभोक्ता वस्तुओं पर भी नए टैरिफ लगाएगी। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, यह नए शुल्क ‘डॉलर फॉर डॉलर’ के सिद्धांत पर आधारित होंगे और न्यूयॉर्क समयानुसार गुरुवार को सुबह 12:01 बजे से प्रभावी होंगे।
विदेश मंत्री मेलानी जोली ने अमेरिकी टैरिफ को पूरी तरह अनुचित बताया और कहा कि इस मुद्दे को वह आगामी ग्रुप ऑफ सेवन (G7) विदेश मंत्रियों की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के समक्ष उठाएंगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “हमें इस बकवास के खिलाफ मजबूती से लड़ने की जरूरत है।”
वैश्विक व्यापार पर असर
विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने चेतावनी दी है कि व्यापार नीति में बढ़ती अनिश्चितता और नए सीमा शुल्क लगाए जाने की आशंका से वैश्विक व्यापार प्रभावित हो सकता है। डब्ल्यूटीओ के नवीनतम व्यापार बैरोमीटर के अनुसार, 2024 की चौथी तिमाही में वैश्विक वस्तु व्यापार स्थिर दिखाई दिया, लेकिन 2025 की शुरुआत में इसमें और वृद्धि की संभावना है।
डब्ल्यूटीओ के अनुसार, यदि टैरिफ युद्ध इसी तरह जारी रहा, तो मध्यम अवधि में वैश्विक व्यापार पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इस रिपोर्ट का आकलन मुख्य रूप से ट्रंप प्रशासन की नवीनतम शुल्क घोषणाओं के संदर्भ में किया गया है। ट्रंप ने हाल ही में चीन और कनाडा सहित कई देशों के खिलाफ नए आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
व्यापारिक संबंधों में बढ़ता तनाव
कनाडा अमेरिका का सबसे बड़ा इस्पात और एल्युमीनियम आपूर्तिकर्ता है, लेकिन ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए नए टैरिफ ने दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को झटके में डाल दिया है। कनाडाई सरकार पहले ही अमेरिका के खिलाफ कड़े कदम उठा चुकी है। इस महीने की शुरुआत में, कनाडा ने ट्रंप की ओर से कई कनाडाई वस्तुओं पर लगाए गए 25% टैरिफ के जवाब में 30 बिलियन कनाडाई डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाया था।
कनाडा के इस फैसले से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि वह अमेरिका की नीतियों के आगे झुकने के बजाय अपनी अर्थव्यवस्था और उद्योगों को बचाने के लिए आक्रामक व्यापार नीति अपनाने को तैयार है।