दुनिया के ताकतवर और मशहूर बॉडीबिल्डर में से एक इलिया गोलेम येफिमचिक (Ilya Golem Yefimchik) 36 साल की उम्र में दर्दनाक मौत हो गई। बेलारूस के जाने-माने बॉडीबिल्डर की मौत के पीछे का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। उनकी फिजिक को देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था कि उनके शरीर में कोई बीमार होगी। उनकी डाइट भी एक सामान्य फिट व्यक्ति के मुकाबले काफी भारी थी। वे दिन में 7 बार खाते थे जिसमें 108 सुशी और 2.5 किलो स्टेक शामिल था लेकिन फिर भी इतनी कम उम्र में उनकी मौत हो गई। आइए जानते हैं कि आखिर कहां चूक गए बॉडीबिल्डर और क्यों दुनिया के फिट लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं।
और पढ़ें: स्मार्टफोन को लेकर WHO की चौंका देने वाली रिपोर्ट, ब्रेन कैंसर को लेकर रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
6 सितंबर को बिगड़ी थी तबीयत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉडीबिल्डर इलिया गोलेम येफिमचिक की तबीयत 6 सितंबर को अचानक खराब हो गई थी। घर पर उनकी पत्नी अन्ना द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एयरलिफ्ट करके अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। हालांकि उनकी हृदय गतिविधि में सुधार हुआ था, लेकिन ब्रेन डेथ के कारण इल्या गोलेम येफिमचिक की कम उम्र में उनकी मौत हो गई।
गजब की थी बॉडी
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वयस्क को एक दिन में 2000 से 3000 कैलोरी की जरूरत होती है, लेकिन इलिया हर दिन 16,500 कैलोरी खाता था। इलिया की लंबाई 6 फीट 1 इंच थी और उसका वजन 154 किलो था। उसकी छाती 61 इंच और बाइसेप्स 25 इंच के थे। वह 272 किलो वजन के साथ बेंच प्रेस और 300 किलो वजन के साथ डेडलिफ्ट करता था। इलिया गोलेम येफिमचिक को ‘द म्यूटेंट’ और ‘340एलबीएएस बीस्ट’ के नाम से भी जाना जाता था।
इलिया की मौत के दो कारण
आम तौर पर एक व्यक्ति को एक दिन में अपने वजन से 30 गुना ज्यादा कैलोरी की जरूरत होती है। यानी अगर किसी का वजन 100 किलो है और वह सामान्य काम करता है तो उसे 3000 कैलोरी की जरूरत होती है। लेकिन मॉन्स्टर बॉडीबिल्डर इल्या गोलेम रोजाना 16,500 कैलोरी के बराबर खाना खाता था। अगर वह खूब जिम भी करता तो भी उसे 5 से 6000 कैलोरी की जरूरत होती लेकिन वह जरूरत से तीन गुना ज्यादा कैलोरी ले रहा था। ऐसे में जो अतिरिक्त कैलोरी खर्च नहीं हो रही थी वह गंदी चर्बी में तब्दील हो जाती और लिवर और रक्त वाहिकाओं व धमनियों में जमा होने लगती। इससे धमनियों में प्लाक जमा हो सकता है और इसकी वजह से कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है।
मौत का दूसरा कारण
बॉडीबिल्डर द्वारा अपने शरीर को मोटा करने के लिए स्टेरॉयड का उपयोग उनके आंतरिक अंगों पर हानिकारक प्रभाव डालता है। अत्यधिक व्यायाम शरीर को पर्याप्त नींद लेने से भी रोकता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। शरीर में स्पष्ट रूप से दिखने वाली हृदय संबंधी समस्याओं को अनदेखा करने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा और भी बढ़ जाता है। हालाँकि, खराब आहार भी दिल के दौरे का कारण बन सकता है।
भारत को लेकर WHO की डराने वाली रिपोर्ट
अगर भारत की बात करें तो यहां भी हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। डब्ल्यूएचओ की ताजा रिपोर्ट कहती है कि भारत में हृदय रोग से होने वाली मौतों की संख्या में पिछले 10 सालों में 75 फीसदी का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक अकेले साल 2019 में दुनियाभर में करीब 1.80 करोड़ लोगों की मौत हृदय रोगों से हुई। इनमें से 85 फीसदी मौतें अकेले हार्ट अटैक की वजह से हुईं।
और पढ़ें: रोजमर्रा की ये 5 आदतें आपके दिल को कर रही हैं कमजोर, स्वस्थ जीवन के लिए आज ही बदलें अपनी दिनचर्या