कोरोना वायरस को दस्तक दिए डेढ़ साल से ज्यादा वक्त हो गया और आज भी कई इस महामारी के भयंकर संकट से जूझ रही है। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। कई देशों में भयंकर तबाही मचाई। लाखों लोगों को मौत की नींद सुला दिया। इस बीच एक सबसे बड़ा सवाल ये ही बना हुआ है कि…आखिर ये कोरोना वायरस आया कहां से?
डेढ़ साल हो गए, लेकिन इस राज से अब तक पर्दा नहीं उठा। कुछ का मानना है कि कोरोना की उत्पत्ति जानवरों से हुईं, तो कुछ कोरोना को लेकर चीन पर भी उंगलियां उठाते रहते है। एक थ्योरी य है कि कोरोना चीन की वुहान लैब से फैला। हालांकि चीन इन आरोपों को लगातार नकारता रहता है।
बाइडेन ने दिए ये आदेश
कोरोना की उत्पत्ति को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने आ चुके हैं। जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति थे, तो उन्होंने कोरोना को लेकर लगातार चीन पर हमलावर रहते थे। वहीं अब अमेरिका की कमान जो बाइडेन के हाथों में आ गई। उन्होंने भी अब कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए कोशिशें तेज कर दी हैं।
बाइडेन ने अपने खुफिया अधिकारियों को चीन की उत्पत्ति के बारे में पता लगाने के आदेश दिए। अमेरिकी जांच एजेंसी को बाइडेन ने इसकी बारीकी से जांच करने को कहा। साथ में जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए 90 दिनों का वक्त दिया।
‘अभी नहीं कहा जा सकता कौन सही’
जो बाइडेन ने अपने एक बयान में कहा कि कोरोना की उत्पत्ति को लेकर अमेरिकी इंटेलिजेंस कम्युनिटी के एक धड़े का मानना है कि ये जानवरों से इंसान में आया, जबकि दूसरा धड़ा मानता है कि ये लैब एक्सीडेंट से उत्पन्न हुआ यानि लैब में बनाया और गलती से फैल गया। क्योंकि अभी उनके पास पुख्ता सबूत नहीं है, इसीलिए फिलहाल ये नहीं कहा जा सकता कि कौन सही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जिस जगह पर वायरस सबसे पहले फैला, वहां हमारे निरीक्षकों को जाने की इजाजत नहीं दी। जिसके चलते जांच प्रभावित हुई। बाइडन ने बयान में कहा कि जांच एजेंसियों को सूचनाओं और जानकारियों का विश्लेषण करने के लिए अपने प्रयास दोगुने करने चाहिए, हम इससे निष्कर्ष से करीब आ जाएंगे। ये काम करने के लिए 90 दिनों का वक्त दिया गया।
चीन ने किया अमेरिका पर पलटवार
वहीं बाइडेन के इस कदम से एक बार फिर चीन चिढ़ गया है। चीन ने अमेरिका पर साजिश रचने और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लैब के वायरस लीक होने की थ्योरी को बार बार चीन क्यों हवा दे रहा है? WHO जो जांच कर रहा है, ये उसका अपमान है।
यही नहीं चीन ने इसको लेकर उल्टा अमेरिका पर ही सवाल दाग दिए। झाओ लिजियन ने कहा कि अगर अमेरिका सच में पूरी पारदर्शिता चाहता है तो उसको चीन की तरह WHO के एक्सपर्ट्स को अमेरिका आने और जांच के लिए आमंत्रित करें।
आपको बता दें कि कोरोना की उत्पत्ति को लेकर WHO की टीम जांच कर रही है। जिसके लिए टीम ने चीन का दौरा भी किया था। इस जांच की रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आई। हालांकि टीम ने कहा है कि ये मुमकिन है कि वायरस चमगादड़ से इंसानों में फैला हो।