शेख हसीना के देश छोड़कर जाने और इस्तीफ़ा देने के बावजूद बांग्लादेश में हालात नहीं सुधरे हैं। देशभर से लूटपाट और आगजनी के मामले सामने आ रहे हैं। बागी भीड़ इतनी बेकाबू हो गई है कि वो प्रधानमंत्री आवास से लेकर संसद और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से लेकर क्रिकेटरों, नेताओं, कारोबारियों के घरों को निशाना बना रही है। हर जगह लूटपाट और आगजनी हो रही है। आइए आपको बताते हैं कि बागी भीड़ ने किन-किन लोगों को निशाना बनाया।
और पढ़ें: भारी हिंसा के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से दिया इस्तीफा, बांग्लादेश से भागने का वीडियो भी आया सामने
पूर्व क्रिकेट कप्तान मशरफे मुर्तजा के घर को बनाया निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद प्रदर्शनकारी बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा के नरैल स्थित घर पर पहुंच गए और तोड़फोड़ करने लगे। बाद में घर में आग लगा दी गई। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने 2018 में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की और शेख हसीना की अगुआई वाली आवामी लीग में शामिल हो गए। इस वजह से वे भीड़ के निशाने पर हैं।
प्रधानमंत्री के आवास पर हुई तोड़-फोड़
सोमवार दोपहर को हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने ढाका में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास गणभवन पर हमला किया और उसे नष्ट कर दिया। इस जगह को भी लूटा गया और कीमती सामान लूट लिया गया। बेकाबू भीड़ ने संसद भवन में घुसकर प्रधानमंत्री के आवास को तहस-नहस कर दिया। इसके बाद कथित प्रदर्शनकारी स्मारकों के अंदर चले गए। धानमंडी इलाके में स्थित सुधा सदन को लूटा गया और आग लगा दी गई। इतना ही नहीं, पार्टी कार्यालयों और शेख हसीना सरकार के अन्य मंत्रियों के घरों को भी तोड़फोड़ का निशाना बनाया गया है।
कारोबारी के होटल में आगजनी
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को जेसोर के एक होटल में आग लगने से आठ लोगों की मौत हो गई। करीब 84 लोग घायल हुए हैं। होटल के मालिक शाहीन चकलादार जेसोर जिले में एक व्यवसायी और अवामी लीग के महासचिव हैं। डिप्टी कमिश्नर अबरारुल इस्लाम ने आगजनी की पुष्टि की है। इस बीच, अन्य व्यक्तियों ने चित्तमोर पड़ोस में जाबिर होटल में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। अपराधियों ने बेनापोल और शारशा जिलों के तीन अन्य अवामी लीग नेताओं के घरों के साथ-साथ जिला कार्यालय को भी निशाना बनाया।
बात दें, आरक्षण के मुद्दे पर बांग्लादेश में छात्र आंदोलन शुरू हो गया था और यह विवाद प्रधानमंत्री शेख हसीना (76 वर्षीय) के देश छोड़ने के साथ ही और बढ़ता गया। फिलहाल शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत आ गई हैं। अब बांग्लादेश में जल्द ही नई अंतरिम सरकार बनेगी। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा कि संसद भंग कर दी जाएगी।