20 सालों के बाद तालिबान का अफगानिस्तान में लौटकर आना एक बार फिर दुनियाभर में बड़े खतरे को बुलावा दे रहा है। अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान की वापसी होने पर पूरी दुनिया चिंतित है।
वहीं इस बीच तालिबान की मदद करने के आरोपों को लेकर पाकिस्तान की मुश्किलें भी दिन पर दिन बढ़ती चली जा रही है। पाकिस्तान पर कई तरह की उंगलियां तो उठ ही रही हैं, लेकिन इसके साथ ही अब अमेरिका की तरफ पाकिस्तान पर बैन लगाने तक की मांग हो रही है।
उठ रही पाक को बैन करने की मांग
दरअसल, एक अमेरिकी सांसद ने पंजशीर में तालिबान की मदद करने के लिए पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। अमेरिकी सांसद एडम किनजिंगर ने कहा कि पाकिस्तान अगर तालिबान की मदद कर रहा है, तो उसको दी जा रही आर्थिक मदद को बंद कर देना चाहिए। साथ ही साथ उस पर बैन भी लगाया जाना चाहिए।
यही नहीं सांसद ने ये भी कहा कि दशकों से पाकिस्तान जो झूठ बोलता आ रहा है, उसका असल चेहरा अब सामने आ गया। उसने ही तालिबान को बनाया और उसकी रक्षा की।
पंजशीर जीतने में कर रहा मदद
सांसद ने ऐसा उस खबर के बाद कहा, जिसमें बताया गया कि पाकिस्तान की सेना ने पंजशीर में तालिबान की मदद की। पाक ने तालिबान के हमलों में सहयोग किया। वैसे तो जो जानकारी अब तक मिल रही है उसके मुताबिक पंजशीर में जंग अभी चल रही है। तालिबान वहां जीत हासिल करने में कामयाब नहीं हुआ। लेकिन आतंक का आका पाकिस्तान इसमें तालिबान की मदद करता नजर आ रहा है। तालिबान की मदद कर पाकिस्तानी वायु सेना वहां बमबारी कर रही है।
बढ़ेगी पाकिस्तान की मुश्किलें?
इस तरह पाकिस्तान का जो असल चेहरा है वो दुनिया के सामने आ रहा है। वैसे तो शुरू से ही पाकिस्तान तालिबान के सपोर्ट में खड़ा नजर आता है। सिर्फ यही नहीं आरोप तो ये भी लगते हैं कि 20 साल बाद जो तालिबान फिर से खड़ा हुआ और उसने बड़ी तेजी से अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया, उसमें भी पाकिस्तान का ही बड़ा हाथ है।
वैसे पाकिस्तान पहले से ही गंभीर आर्थिक संकट का सामना लंबे वक्त से कर रहा है। ऐसे में उस पर जो ये तालिबान को सपोर्ट करने के आरोप लग रहे हैं, उससे पाक की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने की संभावना है।