हाल ही में अमेरिका की एक बड़ी डिफेंस मैगजीन ने रूसी सेना (world most powerful army Russian) को दुनिया की सबसे ताकतवर सेना माना है, जबकि भारत इस सूची में टॉप 10 से बाहर हो गया है। हैरानी की बात ये हैं कि ग्लोबल फायरपावर रिपोर्ट 2024 (Global Firepower Report 2024) के अनुसार भारत की सेना चौथे स्थान (India’s army ranking) पर है। लेकिन यहां गौर करने वाली बात है कि पिछले साल ग्लोबल फायरपावर की सैन्य शक्ति रैंकिंग में रूसी सेना को अमेरिकी सेना के बाद दूसरे स्थान पर रखा गया था। कई अन्य सैन्य रैंकिंग संस्थाओं और मीडिया समूहों ने अब तक रूसी सेना को अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रखा है। जिसके चलते इस रैंकिंग पर सैन्य विशेषज्ञों द्वारा कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं।
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मैगजीन की रैंकिंग में क्या कहा गया- Global Firepower Report 2024
यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट मैगजीन की रैंकिंग के अनुसार, रूस की सेना दुनिया में सबसे मजबूत है। समाचार साइट ने कहा कि 22 मार्च से 23 मई, 2024 के बीच, सर्वेक्षण में “विभिन्न विशेषज्ञताओं और देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले दुनिया भर के लगभग 17,000 लोगों का सर्वेक्षण किया गया।” रैंकिंग में दूसरे स्थान पर अमेरिकी सेना है, उसके बाद इजरायली सेना है।
शीर्ष 10 सेनाओं में भारत नहीं शामिल
चीन, दक्षिण कोरिया, ईरान, यूनाइटेड किंगडम, यूक्रेन, जर्मनी और तुर्की भी दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य शक्ति वाले शीर्ष दस देशों में शामिल हैं। खास बात यह है कि भारत इस रैंकिंग में शीर्ष 10 में नहीं है। इस संदर्भ में, यूएस न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट मैगजीन (US News and World Report Magazine) की रैंकिंग पर भी चिंता व्यक्त की जा रही है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स जैसी अंतरराष्ट्रीय सैन्य रैंकिंग के अनुसार, भारत चौथे स्थान पर है। केवल चीन, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका ही उन श्रेणियों में भारत से ऊपर हैं।
पुतिन ने सैनिकों की संख्या बढ़ाने का दिया आदेश
पिछले महीने ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने रूसी सेना को अपने सैनिकों की संख्या 180,000 बढ़ाकर कुल 1.5 मिलियन सक्रिय सैनिक करने का आदेश दिया था। इससे रूसी सेना चीन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना बन जाएगी। आधिकारिक सरकारी वेबसाइट पर प्रकाशित यह आदेश 1 दिसंबर से प्रभावी होगा। इसमें कहा गया है कि सशस्त्र बलों का कुल आकार 2.38 मिलियन (2380000) लोगों तक बढ़ाया जाना है।
रूस के पास होगी दूसरी सबसे बड़ी सेना
एक प्रमुख सैन्य थिंक टैंक, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (IISS) के आंकड़ों के अनुसार, इस तरह के विस्तार से रूस की सेना आकार में चीन के बाद दूसरे स्थान पर आ जाएगी और उसे अमेरिका और भारत के संयुक्त सैनिकों से भी अधिक सक्रिय लड़ाकू सैनिक मिलेंगे। IISS की रिपोर्ट के अनुसार बीजिंग के पास 2 मिलियन से अधिक सैनिक सक्रिय ड्यूटी पर हैं। पुतिन का निर्देश रूसी सेना द्वारा रूस के कुर्स्क क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने और पूर्वी यूक्रेन में आगे बढ़ने के प्रयास के साथ मेल खाता है।