Alabama execution: अलबामा, अमेरिका की सबसे खतरनाक और चर्चित जेलों में से एक मानी जाती है। यहां के कठोर प्रबंधन और बंदियों पर किए गए अत्याचार अक्सर सुर्खियां बटोरते हैं। इसी संदर्भ में, अलबामा में एक नया मामला सामने आया है, जिसमें 52 वर्षीय डेमेट्रियस टेरेंस फ्रेजियर को नाइट्रोजन गैस के जरिए फांसी देने की तैयारी की जा रही है। फ्रेजियर को 1991 में पॉलीन ब्राउन की हत्या का दोषी ठहराया गया था और उस पर आरोप था कि उसने बर्मिंघम स्थित ब्राउन के अपार्टमेंट में घुसकर न केवल बलात्कार किया, बल्कि गोली मारकर हत्या कर दी थी।
नाइट्रोजन गैस के जरिए फांसी: एक नया तरीका- Alabama execution
अलबामा में यह फांसी नाइट्रोजन गैस के जरिए दी जाएगी। इस प्रक्रिया में, दोषी को एक मास्क पहनाया जाता है, जो उसकी सांस लेने वाली हवा को पूरी तरह से नाइट्रोजन गैस से बदल देता है। इसका परिणाम यह होता है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। यह तरीका 2025 की तीसरी और अलबामा की पहली फांसी होगी, जिसे नाइट्रोजन गैस से अंजाम दिया जाएगा। इससे पहले, 2024 में अलबामा पहला राज्य बना था, जिसने नाइट्रोजन गैस से फांसी दी थी, जब तीन कैदियों को इस तरीके से मौत की सजा दी गई थी।
फ्रेजियर की मां की अपील
इस बीच, फ्रेजियर की मां, कैरल फ्रेजियर, और मृत्युदंड विरोधी संगठन इस सजा को रोकने के लिए पहल कर रहे हैं। कैरल ने एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर से अपील की है कि वे उनके बेटे की सजा को रोकें। उन्होंने कहा है कि उनका बेटा बदल चुका है और उसने अपने किए पर पश्चाताप किया है। वे चाहती हैं कि अलबामा उनके बेटे को न मारे। हालांकि, अब तक मिशिगन सरकार की ओर से इस अपील पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मिशिगन राज्य में मृत्युदंड की सजा नहीं है, और वहां के अटॉर्नी जनरल कार्यालय ने अदालत में यह स्पष्ट किया है कि वे फ्रेजियर को वापस लेने के इच्छुक नहीं हैं।
विभिन्न हत्याओं का दोषी फ्रेजियर
डेमेट्रियस फ्रेजियर पर न केवल ब्राउन की हत्या का आरोप था, बल्कि उन्होंने 1991 में अलबामा और 1992 में मिशिगन में अलग-अलग हत्याओं को अंजाम दिया था। मिशिगन में, उन्होंने 14 वर्षीय क्रिस्टल केंड्रिक की हत्या की थी, जिसके लिए उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। वहीं, अलबामा में ब्राउन की हत्या के जुर्म में उसे 1996 में मौत की सजा दी गई थी। हालांकि, इस फैसले में 10-2 का विभाजन था, जबकि अब अधिकांश अमेरिकी राज्यों में मृत्युदंड के लिए सर्वसम्मति आवश्यक होती है।
नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत: एक विवादित प्रक्रिया
नाइट्रोजन गैस के जरिए दी जाने वाली फांसी को लेकर कई विवाद उठ चुके हैं। वकीलों ने इस नई फांसी प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे, क्योंकि इससे पहले जिन कैदियों को इस विधि से मौत दी गई थी, वे तड़पते हुए दिखाई दिए थे। हालांकि, अदालत ने इस पर विचार करते हुए यह कहा कि यह प्रमाणित नहीं हुआ है कि इस प्रक्रिया से किसी को असहनीय शारीरिक या मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा। अदालत ने वकीलों की याचिका को खारिज कर दिया, और अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि अलबामा में इस फांसी का तरीका कैसा होगा और क्या यह प्रक्रिया दोषी के लिए अत्यधिक दर्दनाक होगी या नहीं।