म्यांमार से एक बड़ी खबर समाने आई है और ये खबर 2000 से ज्यादा म्यांमारी नागिरकों के भारतीय सीमा में प्रवेश करने को लेकर है. दरअसल, म्यांमार में सेना और पीपुल्स डिफेंस फोर्स (पीडीएफ) के बीच संघर्ष शुरू हो गया है और इस संघर्ष के बीच सोमवार को पीडीएफ ने भारतीय सीमा से सटे चिन राज्य में खावमावी और रिहखावदार में सैन्य ठिकानों पर हमला कर दिया जिसके बाद 2000 से ज्यादा म्यांमारी नागिरक भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए.
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इस वजह से 2000 से ज्यादा लोगों ने छोड़ा म्यांमार
जानकारी के अनुसार, म्यांमार में जारी संघर्ष तब शुरू हुआ जब पीडीएफ ने भारतीय सीमा के पास स्थित म्यांमार के चिन राज्य में खावमावी और रिहखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमला किया. इसके बाद म्यांमार की सेना ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की और सोमवार को खावमावी और रिहखावदार गांवों पर हवाई हमले किए. वहीं इसके बाद चिन के पड़ोसी गांव के लोग जान बचाने के लिए मिजोरम के चम्फाई जिले में शरण ले ली और अभी तक 2000 से ज्यादा लोग यहाँ आ चुके हैं.
वहीं चम्फाई जिले के डिप्टी कमिश्नर जेम्स लालरिंचन ने बताया कि ये सभी लोग ताजा हवाई हमलों के बीच म्यांमार से 2000 से अधिक लो मिजोरम के चम्फाई जिले में प्रवेश कर गए हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.इसी के साथ जेम्स लालरिंचन ने आगे जानकारी दी कि म्यांमार की सत्तारूढ़ जुंटा समर्थित सेना और मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स के बीच भीषण गोलीबारी हुई. उन्होंने कहा कि लड़ाई तब हुई जब पीडीएफ ने म्यांमार के चिन राज्य में खावमावी और रिहखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमला किया.
जेम्स लालरिंचना ने आगे बताया कि म्यांमार के रिहखावदार सैन्य अड्डे को सोमवार तड़के पीपुल्स डिफेंस फोर्स ने अपने कब्जे में ले लिया और खावमावी सैन्य अड्डे पर भी दोपहर तक नियंत्रण हासिल कर लिया. वहीं उन्हों एय भी कहा कि राज्य के गृह मंत्रालय के मुताबिक, वर्तमान में 31,364 नागरिक राज्य के विभिन्न हिस्सों में जीवन जी रहे हैं. ज्यादा शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं.
2021 से छिड़ा है गृह युद्ध
रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार में फरवरी 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से ही वहां गृह युद्ध का माहौल है. लोकतंत्र समर्थकों और सेना के बीच चल रहे युद्ध के कारण आम जन-जीवन प्रभावित हो रहा है. 1 फरवरी 2021 को हुए सैन्य तख्तापलट के जवाब में पीडीएफ का गठन किया गया है और इस संगठन का उद्देश्य म्यांमार में सैन्य ताकत से लड़ते हुए देश में फिर से चुनी गई सरकार के जरिए लोकतंत्र स्थापित करना है जिसके बाद से पीपुल्स डिफेंस फोर्स ने म्यांमार में सैन्य शासन के खिलाफ जंग छेड़ रखी है.
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