मुस्लिम बाहुल्य देश अबू धाबी में मंदिर निर्माण कार्य पूरा होने पर बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर का अभिषेक किया. 27 एकड़ भूमि पर बना विशालकाय मंदिर इस देश का पहला हिंदू मंदिर है. यह मंदिर भारतीय संस्कृति और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की खास पहचान का संयुक्त मिश्रण होगा. 11 फरवरी को इस मंदिर में हुए विश्व संवादिता यज्ञ में 980 से अधिक लोग इक्कठा हुए. इनमे से सात पुरोहित भारत से अबुधाबी पहुंचे थे.
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बहरीन में होगा मंदिर का भव्य निर्माण
अबू धाबी में मंदिर के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद वोचानवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था एक बड़ी योजना पर कार्य कर रही है. जिसके तहत खाड़ी देश बहरीन में एक भव्य मंदिर निर्माण के लिए कार्यरत है. इस संस्था के एक उच्चाधिकारी ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा है कि बहरीन देश के शासक ने अपनी सरजमीं पर स्वामीनारायण मंदिर के भव्य निर्माण के लिए इजाजत दे दी है. इस योजना के भूमि आवंटन पर काम चल रहा है. अटकलें लगाई जा रही की आने वाले दो से तीन वर्षों में इस विशालकाय मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा.
कई देशों में हो रहा है मंदिर निर्माण कार्य
बीएपीएस संस्था के पदाधिकारी ने कहा है कि मौजूदा समय में सिडनी, जोहांसबर्ग और पेरिस में तीन मंदिर निर्माणाधीन है. अबू धाबी में बने मंदिर का नेतृत्व कर रहे ब्रह्माविहारीदास ने कहा, “ऐसा यज्ञ भारतवर्ष के बाहर शायद कभी नही हुआ”. यह अवसर मंदिर की वैश्विक एकता का संदेश देता है. बीएपीएस संस्था ने भारत देश समेत विदेशों में 1200 से अधिक मंदिरों का निर्माण करवाया है.यह मंदिर अपनी वास्तुकला और भव्य पैमाने के लिए विश्व विख्यात है.जिनमे से एक अक्षरधाम मंदिर है जिस पर आतंकी हमला हो चुका है.
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