सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने कलयुग के बारे में भविष्यवाणी की थी, जिसका वर्णन उनके द्वारा लिखा श्री दसम ग्रन्थ में किया है. इस ग्रन्थ में लिखी गयी बातों से आज के समय की बहुत सारी चीजें मिलती है जैसे पृथ्वी की स्थिति, लोगों के रहन-सहन का तरीका, समाज की स्थिति और रिश्तों की स्थति. गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा लिखी गयी बातें से मेल खाती है. गुरु जी ने अपने ग्रन्थ में लिखा था कि जब पृथ्वीं पर ये सब चीजें दौराही जाएंगी तब इस धरती पर कल्कि अवतार का जन्म होगा और पापियों का नाश करेंगे. गुरु जी ने अपने ग्रन्थ में कलयुग के बारे में बहुत चीजों का वर्णन किया है.
दोस्तों, आईये आज हम आपको बताएंगे कि गुरु गोविंद सिंह जी ने कलयुग को लेकर अपने श्री दसम ग्रन्थ में क्या लिखा था.
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गुरु गोविंद सिंह के द्वारा कलयुग का वर्णन
सिखों के अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने श्री दसम ग्रन्थ में कलयुग का वर्णन किया था. इस ग्रन्थ के अनुसार जब धरती की दशा इतनी बुरी हो जाएगी, इस धरती पर पाप और जुल्म इतने बढ़ जाएंगे, जिनकी व्यख्या भी करनी मुमकिन नहीं होगी. समाज की स्थिति ऐसी हो जाएगी कि नैतिक मूल्य ही नहीं रहेंगे. धरती की ऐसी स्थिति को सिखों के गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी कलयुग का आगास बताया है. जिसमे व्यक्ति, व्यक्ति का दुश्मन हो जायेगा.
गुरु गोबिंद सिंह जी ने भविष्यवाणी की थी कि समाज में जब-जब पाप का घडा भर जाता है, और समाज में नैतिक मूल्यों का महत्व नहीं रहता तब-तब ईश्वर को धरती पर आना पड़ा है और धरती की स्थति को सुधार है. ऐसे ही इस बार समाज की इस दयनीय दशा को देख कर तब इस धरती पर कल्कि अवतार का जन्म होगा और पापियों का नाश करेंगे. जिससे हमारे समाज का उधार होगा.
ध्यान देने की बात है हमारे आज के समाज की स्थति बिलकुल वैसी ही है जिस स्थति का वर्णन गुरु गोबिंद सिंह जी ने अपने ग्रन्थ में किया है. हमारे आज के समाज में नैतिक मूल्य ही नहीं रहे है. हमारे समाज की इस दयनीय दशा को देख कर शायद किसी ईश्वर के रूप को ही धरती पर आना पड़ेगा, जिससे हमारे जीवन का उधार होगा. गुरु गोबिंद सिंह जी ने इस समाज की भविष्यवाणी काफी समय पहले ही कर दी थी.
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