Premanand Maharaj Motivational Thoughts in Hindi – रानी के परम भक्त श्री प्रेमानंद महाराज जी वृंदावन में रहते हैं और हर समय उनकी जुबान पर राधा रानी का नाम होता है. जहाँ श्री प्रेमानंद महाराज जी सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं साथ ही बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन, परिक्रमा करते हैं तो वहीं वो राधा रानी के नाम का सत्संग भी करते हैं और अपने इसी सत्संग के जरिए वो लोगों को खास सन्देश सन्देश भी देते हैं. वहीं इस बीच श्री प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है कि समस्या किस तरह से मिटेगी.
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महाराज ने बताया इस तरह होगी मिटेंगी सभी समस्या
दरअसल, एक शख्स ने श्री प्रेमानंद महाराज जी से दर्शन किए और इस दर्शन के दौरान उनसे श्री प्रेमानंद महाराज जी से सवाल किया कि कई समय से उसे जीवन में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसी के साथ आगे आने वाले समय में जो परेशानी चल रही है वो किस तरह मिटेंगी इसके बारे में मेरा मार्गदर्शन करें.
श्री प्रेमानंद महाराज जी ने बताया कि समस्या को मिटाने के लिए भगवान का आश्रय ले लो. सभी तरह की परेशानी खत्म हो जायेंगी. इसी के साथ श्री प्रेमानंद महाराज जी ने ये भी कहा कि एक सत्य और एक दोस्त हमेशा है वो है श्रीकृष्ण वो है प्रभु इसलिए भगवन नाम का भजन करों भजन नहीं करोगे तो समस्या ही समस्या हैं.
वहीं श्री प्रेमानंद महाराज जी ने बताया कि भगवन नाम का भजन करो और देखो अपने आप रास्ते खुलने लग जाएंगे और सभी प्रकार की समस्या का समाधान खुद-ब-खुद निकल जायेगा.
महाराज ने बताया इस तरह होगी श्री कृष्ण की प्राप्ति
इससे पहले महाराज (Premanand Maharaj Motivational Thoughts) ने बताया जिस दिन श्री कृष्ण बन जाओगे उस दिन श्री कृष्ण की प्राप्ति हो जाएगी और तभी श्री कृष्ण से साक्षात्कार होगा. प्रेमानंद जी महाराज ने ये भी कहा कि वृन्द्वान तो चमत्कार का समंदर है फिर यहां किसी को समझने की जरूरत नहीं पड़ती है फिर तो उसे प्रभु के नाम का ही नशा हो जाता है.
महाराज को है किडनी की समस्या
श्री प्रेमानंद महाराज जी को जहाँ किडनी की समस्या है लेकिन इस समस्या के बाद भी वो सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं साथ ही बांके बिहारी जी, राधा वल्लब के दर्शन और परिक्रमा और सत्संग भी करते है वहीं जब श्री प्रेमानंद जी महाराज जी जब सुबह 2 बजे उठकर वृंदावन की परिक्रमा करते हैं तब हजारों की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने के लिए सड़कों पर खड़े रहते हैं.
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